हज यात्रा से सब्सिडी हटाने के बाद सरकार ने हज यात्रियों के लिए किराए में की भारी कमी
हज यात्रा 2018 में सरकारी सब्सिडी समाप्त करने के बाद सरकार ने भारतीय हज यात्रियों के लिए किराए में कमी की है। यह कमी अलग-अलग स्थानों के लिए 15 से 45 प्रतिशत तक की गई है। अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने मंगलवार को इस आशय की जानकारी दी। नकवी ने कहा, ‘‘हज 2018 जहां एक तरफ बिना सरकारी सब्सिडी के होगा, वहीं बहुत समय बाद हज यात्रा के लिए हवाई किराया सबसे सस्ता होगा। इस बार हज यात्रा किराया दिसंबर 2013 में हज 2014 के लिए निर्धारित किराए की तुलना में काफी कम होगा।’’ इस बार हज यात्रा के लिए कश्मीर के यात्रियों को दिल्ली से भी जाने का विकल्प दिया गया है। वहीं इंदौर के हज यात्री भोपाल और मुम्बई के रास्ते हज यात्रा पर जा रहे हैं।
मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, दिसंबर 2013 में संप्रग सरकार द्वारा हज 2014 के लिए घोषित मुम्बई से हज यात्रा का हवाई किराया 98,750 रुपया था जो अब घट कर 57,857 रुपया हो गया है। श्रीनगर से किराया 2013-14 में 1,98,350 रुपए था जो अब घटाकर 1,01,400 रुपए हो गया है। अहमदाबाद का किराया 98,750 रुपए से घटकर 2018 में 65,015 रुपए कर दिया गया है जबकि औरंगाबाद का किराया 2013-14 में 1,18,450 रुपए से घटाकर 84,946 रुपए कर दिया गया है।
दिसंबर 2013 में संप्रग सरकार द्वारा हज 2014 के लिए घोषित बेंगलुरु से हज यात्रा का हवाई किराया 1,04,950 रुपया था जो अब घट कर 82,419 रुपया हो गया है। भोपाल का किराया 1,27,750 रुपए से घटकर 2018 में 91,090 रुपए कर दिया गया है जबकि कोच्चि का किराया 2013-14 में 1,04,950 रुपए से घटाकर 74,431 रुपए कर दिया गया है। गया से हज यात्रा का किराया 1,46,500 रुपए था जो अब घटकर 98,852 रुपया हो गया है जबकि चेन्नई से किराया 1,05,000 रुपए था जो अब 77,181 रुपया हो गया है। गोवा से किराया 2013-14 में 1,27,450 रुपए था जो 2018 में 82,730 रुपए कर दिया गया है। मेंगलूर से किराया पहले 1,45,250 रुपए था जो 2018 में घटाकर 84,280 रुपए कर दिया गया है।