पंजाब के एक स्थानीय गुरुद्वारे के ग्रंथी पर लगा 9 साल के बच्चे पर जुल्म ढाने के आरोप, ग्रंथी गिरफ्तार
पंजाब के संगरूर में स्थानीय गुरुद्वारे के ग्रंथी को एक बच्चे के साथ जुल्म करने के आरोप में शुक्रवार को जिला पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया। ग्रंथी पर 9 वर्षीय बच्चे की पिटाई करने का आरोप लगा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक बच्चा पिछले तीन सालों से अपने बड़े भाई के साथ गुरुद्वारे में रह रहा था। बच्चे की पिटाई की खबर उस वक्त सामने आई जब उसके स्कूल के शिक्षकों ने उसके शरीर पर पिटाई के गंभीर निशान देखे। टीचर्स ने बच्चे की पीठ पर पड़े निशान का वीडियो बनाया। वहीं कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा इस बात की शिकायत पुलिस को कर दी गई।
टीओआई के मुताबिक पुलिस ने बताया कि कुछ लोगों ने गुरुवार को शिकायत दर्ज कराई थी। सुनम सिटी पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 323 और किशोर न्याय अधिनियम की कुछ धाराओं के तहत ग्रंथी शेर सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए उसकी गिरफ्तारी कर ली गई। वहीं ग्रंथी ने खुद का बचाव करते हुए कहा कि उसने बच्चे को केवल थप्पड़ मारा था, क्योंकि वह बिना हाथ धोए ही सेंट्रल हॉल में घुस गया था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक 9 वर्षीय जसमिंदर सिंह और उसके 12 वर्षीय भाई सन्नी सिंह के पिता की तीन साल पहले मृत्यु हो गई थी। बच्चों की मां के पास दोनों को पालने के लिए पैसे नहीं थे, इसलिए उसने दोनों बच्चों को सुनम सिटी के आरा कालरा कछा पाहा के गुरुद्वारे की देखरेख में छोड़ दिया था। बच्चे की पिटाई की घटना सामने आने के बाद जब मां को इस बात की खबर मिली तब वह तुरंत की अपने बच्चों के पास आ गई।
संगरूर एसएसपी एमएस सिधु ने बताया कि शिकायत मिलने के तुरंत बाद ही जांच शुरू कर दी गई थी। फिलहाल विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज करते हुए ग्रंथी को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसएसपी ने बताया कि बच्चों को गुरुद्वारे से निकालकर सुरक्षित शेल्टर होम में रखा गया था, जहां उनकी मां सोनिया गुरुवार की शाम उनसे मिलने आई और शुक्रवार की दोपहर दोनों को अपने साथ लेकर चली गई।