हनुमान जयंती 2017: जानिए पूजन विधि, शुभ मुहूर्त और महत्व
हनुमान देवता को सबसे जल्दी प्रसन्न होने वाले देवताओं में माना जाता है। ज्योतिषशास्त्र में माना जाता है कि दिवाली के पहले नरक चतुरदर्शी के दिन हनुमान जी को प्रसन्न करना सबसे सरल होता है। इसलिए नरक चतुर्दशी को हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए। इससे सभी संकट खत्म हो जाते हैं और व्यक्ति के जीवन में तरक्की की रफ्तार बढ़ जाती है। इस दिन हनुमान जी को खुश करने के लिए यज्ञ भी किया जाता है। मान्यता है कि इस दिन यज्ञ करने से व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी होती है। इसके साथ ही जातक के जीवन के हर संकट दूर होते है। शास्त्रों के मुताबिक हनुमान जी की पूजा करने से राहु और शनिग्रह के दोष खत्म हो जाते हैं।
हनुमान जयंती को साल में दो बार मनाया जाता है। इसके पीछे दो अलग-अलग कारण शास्त्रों में बताएं गए है। इसीलिए साल में दो बार हनुमान जयंती मनाई जाती है।
पूजन विधि- घर में हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित करें। मूर्ति पूजा के दौरान आसन पर पूर्व दिशा की तरफ मुंह करके बैंठे। इसके बाद हाथ में चावल और फूल लेकर हनुमान मंत्र का जाप करें। इससे हनुमान जी प्रसन्न होंगे और अपनी कृपा आप पर करेंगे।