हरजिंदर सिहं करेंगे शीतकालीन ओलम्पिक खेलों में भारतीय दल की अगुवाई
भारतीय आइस हॉकी महासंघ के महासचिव हरजिंदर सिंह को बुधवार को शीतकालीन ओलम्पिक खेलों के लिए भारत का शेफ दे मिशन बनाया गया है। इस साल दक्षिण केरिया के प्योंगचांग में शीतकालीन ओलम्पिक खेलों का आयोजन नौ से 23 फरवरी तक होगा। भारतीय ओलम्पिक एसोसिएशन के अध्यक्ष नरिंदर ध्रुव बत्रा ने हरिंदर को लिखे पत्र में कहा, “आशा है कि आपके मार्गदर्शन और नेतृत्व में भारतीय टीम शीतकालीन ओलम्पिक खेलों में अच्छा प्रदर्शन करेगी।” वहीं, भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) के अध्यक्ष अजय सिंह ने बुधवार को इस बात को माना कि खेलों में राजनीति ने कई खिलाड़ियों के उभरते करियर को चौपट कर दिया। अजय सिंह ने यह बात अनुराग कश्यप की आने वाली फिल्म ‘मुक्काबाज’ के कलाकारों के साथ इंडियन ओपन ऑफ बॉक्सिंग के लांच के मौके पर संवाददाताओं से कही।
अजय सिंह ने कहा, “खेलों में बहुत राजनीति है। राजनीति कई खिलाड़ियों को पीछे रखती है। 1.3 अरब की जनसंख्या होने के बाद भी हम ओलम्पिक में सिर्फ दो पदक लेकर लौटते हैं, यह हमारे लिए बेहद शर्म की बात है।” उन्होंने कहा, “यह वो जगह है जहां सुधार की जरूरत है और यह तभी किया जा सकता है जब प्रशासक खिलाड़ियों पर ध्यान देंगे ना कि सिर्फ अपने आप पर और खेलों में राजनीति पर।” अजय सिंह ने साथ ही केंद्रीय खेल मंत्रालय की तारीफ करते हुए कहा कि मंत्रालय अपनी तरफ से सभी खेलों को अच्छा समर्थन दे रहा है। अब खेल प्रशासकों को मंत्रालय द्वारा जताए गए विश्वास पर खरा उतरना चाहिए। बीएफआई अध्यक्ष ने इस साल कई मुक्केबाजी प्रतियोगिताओं के आयोजन की घोषणा की। अभी तुरंत, 28 जनवरी से एक फरवरी तक दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में इनामी राशि वाले इंडियन ओपन ऑफ बॉक्सिंग का आयोजन होगा।
अजय सिंह ने कहा कि इसमें 25 देश हिस्सा ले रहे हैं। स्वर्ण पदक जीतने वाले को 2500 डॉलर, रजत पदक विजेताओं को एक हजार डॉलर व हर श्रेणी के कांस्य पदक विजेताओं को पांच सौ डालर इनाम में मिलेंगे। बीएफआई के गठन के बाद खेल में हासिल की गई उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए अजय ने कहा, “काफी वर्षों से मुक्केबाजी की महासंघ इस देश में नहीं थी। एक साल पहले बीएफआई का गठन किया गया और इस एक साल में काफी प्रगति खेल में देखने को मिली। भारतीय मुक्केबाजों ने पूरे विश्व में पदक अपने नाम किए।” उन्होंने कहा, “हर एक वर्ग में साल भर हमारे प्रशिक्षण शिविर चलते हैं। हम बड़ी तादाद में चैम्पियनशिप का आयोजन कर रहे हैं।”