हरिद्वार के हवाला कारोबारी को एनआईए ने आतंकी फंडिंग केस में दबोचा, लश्कर को पहुंचाता था पैसा
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पाकिस्तानी आंतकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की भारत में गतिविधियों की जांच के संबंध में उत्तराखंड से एक तथाकथित हवाला संचालक को गिरफ्तार किया है। एजेंसी के एक आधिकारिक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि मामले में पांचवे आरोपी अब्दुल समद को कल हरिद्वार से गिरफ्तार कर दिल्ली लाया गया और उसे अदालत में पेश किया गया। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के बुक्कनपुर गांव निवासी समद को कल यहां एक प्राधिकृत अदालत में पेश किया गया, जिसने आतंकवादी गतिविधयों के लिए धन जुटाने के मामले में उसे छह दिन के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया।
विशेष न्यायाधीश तरूण सहरावत ने 22 वर्षीय समद को एजेंसी की हिरासत में भेज दिया। एजेंसी ने अदालत से कहा था कि आरोपी से पूछताछ के लिए उसे हिरासत में लेने की जरूरत है। एनआईए के प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि समद एक प्रमुख हवाला संचालक है जो मुजफ्फरनगर, देवबंद और रूड़की इलाकों से अपनी गतिविधयां चलाता है। वह सउदी अरब में रहने वाले अपने रिश्तेदार के माध्यम से वहां मौजूद एलईटी के एक वित्तपोषक के लिए वाहक के तौर पर काम कर रहा था।
नवंबर 2017 में उसने लश्कर-ए-तैयब्बा के सक्रिय सदस्य शेख अब्दुल नईम तक धन पहुंचाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हवाला संचालकों से कथित तौर पर साढ़े तीन लाख रुपये इकठ्ठे किए थे। एनआईए ने बताया कि शेख ने अपने पाकिस्तानी आका अब्दुल उर्फ रेहान के निर्देशों पर बिहार, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और जम्मू-कश्मीर का दौरा कर वहां अपना अड्डा बनाया। समद के अलावा एनआईए शेख और बिहार के गोपालगंज के निवासी धन्नू राजा और महफूज आलम और जम्मू-कश्मीर के पुलवामा से तौसीफ अहमद मलिक को गिरफ्तार कर चुकी है।