Video : यहां सांपों को गले में लपटने से लेकर एक-दूसरे पर फेंकने की है परंपरा, हो चुकी हैं कई मौत

किसी जहरीले सांप को देखते ही आदमी काफी सतर्क हो जाता है क्योंकि वह उससे अपनी जान का खतरा महसूस करता है। लेकिन आज हम आपको ऐसी जगह के बारे में बता रहे हैं जहां सांप यानी बच्चों का खिलौना। जी हां, यहां लोग सांपों से खेलते हैं। यहां तक कि कई बार सांपों को एक-दूसरे के ऊपर फेंक भी दिया जाता है। सांप को देखकर अक्सर लोग दहशत में आ जाते हैं। नाग की एक फुफकार से अच्छे अच्छों के प्राण सूख जाते हैं। वहीं बिहार में एक ऐसी जगह है जहां सांप को खिलौने की तरह समझाता है। चलिए बताते हैं आखिर क्या है पूरा मामला।

बिहार के बेगूसराय से करीब 40 किलोमीटर दूर बसा है आगापुर गांव। वैसे तो यह गांव भी बाकी गांव की तरह ही है लेकिन एक सप्ताह इस गांव का हाल देखकर आप भी दांतों तले अंगुली दबा लेंगे। आगापुर गांव में नागपंचमी का त्योहार काफी खतरनाक तरीके से मनाया जाता है। यहां तक कि इस सप्ताह में कई लोगों की मौत भी हो जाती है। डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट के मुताबिक हर साल तकरीबन 83,000 लोग देश में सांप काटने का शिकार होते हैं, जिनमें से 11,000 की मौत हो जाती है।

वहीं इन खतरनाक आंकड़ों को दरकिनार कर आगापुर गांव के लोग सांपों के साथ खेलते हैं। यहां नागपंचमी के दौरान एक सप्ताह का तक मेला लगता है और लोग सांपों के साथ इस त्योहार को मानते हैं। लोग सांप को अपने हाथों में या गले डालकर घूमते हैं। यहां तक कि कई बार सांप को एक-दूसरे पर फेंक भी दिया जाता है।

हर साल इस सप्ताह में सांप के काटने से कई लोगों की मौत हो जाती है। इसके बावजूद यह परंपता आज भी कायम है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस गांव में सांपों की करीब 200 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हैं। हालांकि इनमें से ज्यादातर सांप जहरीले नहीं होते।

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