यूपी: हिंदू शख्स को मुस्लिम रीति-रिवाजों से दफनाया गया
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में एक हिंदू शख्स ने अपने वसीयत में लिखा था कि जब उसकी मौत हो तो उसे मुस्लिम रीति-रिवाजों के साथ दफनाया जाए। झांसी के बाहर सैयर गेट के रहने वाले मदन मोहन यादव का जब सोमवार को निधन हो गया तो उनके बेटों ने अपने पिता की आखिरी इच्छा के अनुसार शव को नहलवाया और मुस्लिम रीति-रिवाजों से जनाजे का नमाज किया। इसके बाद बेटों ने अपने पिता के शव को कब्रिस्तान में दफ्न कर दिया। इस जनाजे में बड़ी संख्या में गांव के हिंदू-मुस्लिम लोगों हिस्सा लिया। यहां हर कोई हैरान था कि एक हिंदू शख्स को मुस्लिम रीति-रिवाजों से कब्र में दफनाया जा रहा है।
दरअसल, मदन मोहन को गांव में दाऊ के नाम से सब जानते थे। उनका दाऊ समोसे वाले’ नाम से समोसे का दुकान था। मदन मुस्लिम धर्म को शुरु से मानते थे। वे ईदगाह जाकर घंटों मजार पर बैठा करते थे। यही नहीं मदन ईद के मौके पर हर नमाज अदा किया करते थे। कुछ समय पहले ही मदन ने एक वसीयत लिखा, जिसमें उन्होंने अपनी जिंदगी के कुछ लम्हों का जिक्र किया। इसके साथ ही उन्होंने अंतिम में लिखा कि जब उनकी मौत हो तो उनके बच्चे मुस्लिम रीति-रिवाजों से उन्हें दफनाय।
मदन के बेटे अशोक यादव का कहना है कि जब हमारी आर्थिक हालत खराब थी तो पिता जी मस्जिद के बाहर समोसे बेचा करते थे। धीरे-धीरे पूरे गांव में हमारा दूकान मशहूर हो गया। मस्जिद के आगे समोसे बेचने के कारण पिता जी का मुस्लिम लोगों से संपर्क बढ़ने लगा। इस वजह से उनका मुस्लिम धर्म के प्रति झुकाव बढ़ने लगा। जब उनकी मौत हुई तो हमने उनके शव को मुस्लिम रीति-रिवाजों से कब्र में दफनाया।