हिंदू महिला का जबरन धर्मांतरण करवाने के प्रयास के आरोप में दो लोगों को किया गया गिरफ्तार
केरल में जबरन धर्मांतरण का एक और मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हिंदू महिला ने केरल हाई कोर्ट में याचिका दायर कर एक मुस्लिम व्यक्ति पर धर्मांतरण कराने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। गिरफ्तार अरोपियों की पहचान फयास (24) और सियाद (48) के तौर पर की गई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ये दोनों मुख्य आरोपी मोहम्मद रियास नामक एक अन्य व्यक्ति की मदद कर रहा था। पिछले साल अखिला उर्फ हादिया के धर्मांतरण के मुद्दे पर काफी विवाद हुआ था। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट को दखल देना पड़ा था। इस मामले को ‘लव जिहाद’ का रंग देने की भी कोशिश की गई थी।
हाई कोर्ट में दाखिल याचिका में महिला ने कहा, ‘न्यू माहे (थलासरी) निवासी मोहम्मद रियास मुझे सऊदी अरब ले गया था। वह मुझे वहां से सीरिया ले जाकर इस्लामिक स्टेट (आईएस) आतंकियों के यहां बेचने की फिराक में था।’ ‘द हिंदू’ की रिपार्ट के मुताबिक, इस मामले में आईएस की बात सामने आने के बाद स्थानीय पुलिस विशेष सतर्कता बरत रही है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘गिरफ्तार दोनों आरोपियों से इस बात का पता लगाना बेहद जरूरी है कि महिला का धर्मांतरण करा कर उसे आईएस आतंकियों के हवाले करने की साजिश तो नहीं रची गई थी।’ पुलिस ने रियास के देश छोड़ कर भागने की पुष्टि की है। साथ ही बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम कानून (यूएपीए) की विभिन्न धाराओं के अलावा 120(बी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस धारा के तहत आपराधिक साजिश रचने के मामले में सजा का प्रावधान है। महिला ने पिछले साल नवंबर में याचिका दायर की थी। पुलिस ने दिसंबर में मामला दर्ज किया था।
जानकारी के मुताबिक, महिला मूल रूप से केरल की रहने वाली है, लेकिन उसकी शुरुआती परवरिश गुजरात में हुई है। वह बेंगलुरु में पढ़ाई करने गई थी, जहां वर्ष 2014 में उसकी मुलाकात मोहम्मद रियास से हुई थी। हाई कोर्ट में दाखिल अर्जी में महिला ने रियास पर जबरन शारीरिक संबंध बनाने का आरोप लगाया है। याचिका के अनुसार, रियास ने महिला का दाखिला एक मदरसा में कराया था। साथ ही फर्जी दस्तावेज के आधार पर मई 2016 में शादी का रजिस्ट्रेशन भी करा लिया था। इसके बाद रियास उसे परिवार समेत सऊदी अरब ले गया था। वहां उसे जाकिर नाइक का वीडियो देखने के लिए मजबूर किया गया था। महिला वहां से भाग कर गुजरात स्थित अपने परिवार से संपर्क साधने में सफल रही थी।