गौरी लंकेश मर्डर के आरोपी की हिटलिस्ट में इन बड़े पत्रकारों की हत्या का था प्लान
पिछले साल सितंबर में जब कन्नड़ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या हुई थी तो उसके बाद विक्रम आदित्य नामक शख्स ने फेसबुक पोस्ट लिखकर सागरिका घोष, शोभा डे, अरुंधती राय और एक्टिविस्ट कविता कृष्णन, शहला राशिद की भी हत्या की धमकी दी थी। हिट लिस्ट में इन पांच महिलाओं का नाम होने की बात कही थी। जिसके बाद सागरिका घोष ने दिल्ली पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई थी। तब शिकायत हुई थी कि यह धमकी गौरी लंकेश की हत्या में शामिल आरोपी ने ही सोशल मीडिया के जरिए दी है। मगर अब दिल्ली पुलिस की जांच में पता चला है कि फेसबुक प्रोफाइल फर्जी थी। जिस शख्स के मोबाइल नंबर से फेसबुक प्रोफाइल तैयार हुई, उसका संबंधित पोस्ट से कोई संबंध नहीं है। कॉल डिटेल्स से भी संबंधित शख्स का गौरी लंकेश की हत्या से कोई लिंक नहीं निकला।
इंडियन एक्सप्रेस मे प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक सागरिका घोष ने जब रिपोर्ट दर्ज कराई, तब दिल्ली पुलिस ने फेसबुक को पत्र भेजकर संबंधित प्रोफाइल का आईपी एड्रेस और मोबाइल नंबर उपलब्ध कराने की मांग की। फेसबुक प्रोफाइल बनाते समय हर शख्स मोबाइल नंबर दर्ज करता है।पुलिस की कोशिश थी कि मोबाइल नंबर पता चलने के बाद कॉल डिटेल्स से धमकी देने वाले शख्स तक पहुंचा जा सकता है। फेसबुक ने दिल्ली पुलिस को जो नंबर उपलब्ध कराया, जांच करने के बाद वह नंबर मेघालय निवासी एक व्यक्ति का मिला। पहले पुलिस ने इसे बड़ी उपलब्धि के तौर परर लिया, मगर बाद में कॉल डिटेल्स खंगाली गई तो पता चला कि मोबाइल नंबर धारक शख्स का फेसबुक पोस्ट से कोई संबंध नहीं है, न ही उसका गौरी लंकेश की हत्या के आरोपियों से ही कोई लिंक है।
Here he is again : VikramAditya Rana on Facebook with a hit list. @DelhiPolice you need to check this pic.twitter.com/eJ8mnkLupu
— Sagarika Ghose (@sagarikaghose) September 6, 2017
माना जा रहा है कि युवक के मोबाइल नंबर से किसी दूसरे शख्स ने फेसबुक प्रोफाइल बनाई। जब सितंबर 2017 में सागरिका घोष ने केस दर्ज कराया था, तब फेसबुक से यह पोस्ट डिलीट कर दी गई थी। दिल्ली पुलिस साइबर सेल के सूत्रों ने बताया मुकदमा दर्ज होने के एक दिन बाद फेसबुक को लिखकर विक्रम आदित्य के नाम से आईपी एड्रेस मांगा था। सागरिका घोष ने सात सितंबर को केस दर्ज कराया था।आरोपी ने पहले फेसबुक पोस्ट में लिखा था-गौरी लंकेश के लिए कोई सहनुभूति नहीं है. उसके शरीर को काट देना चाहिए था। ऐसे पत्रकार देश के लिए नुकसानदायक हैं। दूसरे पोस्ट में आरोपी ने कहा-गौरी लंकेश राष्ट्रविरोधी पत्रकारों और ऐक्टविष्ट के लिए बतौर उदाहरण काम करतीं थीं। मुझे उम्मीद है कि यह पहला मामला नहीं होगा, सभी राष्ट-विरोधियों की हत्या का अब सिलसिला चलेगा शोभा डे, अरुंधती राय, सागरिका घोष, कविता कृष्णन, शहला राशिद आदि की हिट लिस्ट तैयार कर उन्हें समाप्त किया जाएगा।