मेरी भी हर बात नजरअंदाज कर देते हैं अमित शाह- यशवंत सिन्हा के बीजेपी छोड़ने पर सुब्रमण्यम स्वामी ने बयां किया हाल

भाजपा नेता सु्ब्रमण्यम स्वामी ने रविवार को भाजपा आलाकमान पर खुद की अनदेखी का आरोप लगाया। स्वामी ने कहा कि बड़े भाजपा नेता नहीं चाहते हैं कि वह अपना कोई भी कार्यक्रम जनता के बीच ले जाएं। वह जब कभी ऐसी योजना बनाते हैं तो उन्हें बुलाकर कार्यक्रम ​स्थगित करने के लिए कहा जाता है। सु्ब्रमण्यम स्वामी ने ये बातें पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के पार्टी छोड़ने के फैसले के संबंध में कहीं। रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता सु्ब्रमण्यम स्वामी ने दावा किया कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह इस देश में मुझे कोई भी कार्यक्रम करने की इजाजत नहीं देते हैं। उन्होंने कहा कि अमित शाह मुझे बुलाते हैं और कार्यक्रम स्थगित करने के लिए कहते हैं।

वहीं, यशवंत सिन्हा के पार्टी छोड़ने के फैसले पर भी स्वामी ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि मैं अपने सिद्धांतों के लिए लड़ने वाला इंसान हूं। इसीलिए मैं हर बात को सहन करता हूं। उन्हें भी भगवान का सामना करना पड़ेगा। लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि मैं पार्टी छोड़ दूं। इसलिए मैं यशवंत सिन्हा के पार्टी छोड़कर जाने का बिल्कुल भी समर्थन नहीं करता और न ही इसे ठीक मानता हूं। बता दें कि सुब्रमण्यम स्वामी पहले भी पार्टी के फोरम पर खुद को तवज्जो नहीं दिए जाने की बात दोहराते रहे हैं।

वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने शनिवार को भाजपा छोड़कर जाने का एलान किया था। उन्होंने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर लोकतंत्र और संविधान की हत्या की कोशिश करने का आरोप भी लगाया था। यशवंत सिन्हा ने पार्टी छोड़ते हुए कहा था कि उन्होंने साल 2014 में पार्टी से चुनाव नहीं लड़ने के लिए अनुरोध किया था। इसी के साथ मैंने घोषणा की थी कि मैं 2014 में चुनावी राजनीति से संन्यास ले लूंगा। लेकिन इसका अर्थ ये बिल्कुल भी नहीं निकाला जाए कि मेरे दिल की धड़कनें बंद हो चुकी हैं। मेरा दिल अभी भी धड़कता है। मैं अपनी आखिरी सांस तक लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ता रहूंगा। बता दें कि पूर्व आईएएस अधिकारी यशवंत सिन्हा अटल बिहारी बाजपेयी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में देश के वित्त मंत्री भी रह चुके हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *