जिंबाब्वे के कप्तान को घूस देने की कोशिश, आईसीसी ने लगाया 20 साल का बैन
जिंबाब्वे क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी राजन नायर को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने 20 साल के लिए बैन कर दिया है। जांच के दौरान आईसीसी ने राजन को दोषी पाया और उन पर बैन लगाने का फैसला किया। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) के अधिकारियों ने जांच पूरी करने के बाद मंगलवार को इस बात की जनकारी दी। हरारे मेट्रोपॉलिटन क्रिकेट एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष और मार्केटिंग डायरेक्टर राजन को आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट (खिलाड़ियों और सपोर्ट पर्सनल) के आर्टिकल 2.1.1 के उल्लंघन का दोषी पाया गया है जो ‘खेल भावना’ से जुड़ा है। इसके साथ ही उन्हें आर्टिकल 2.1.3 और आर्टिकल 2.14 का दोषी पाया गया। बता दें कि राजन ने पिछले साल अक्टूबर में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान जिंबाब्वे के कप्तान ग्रीम क्रेमर को 30, 000 हजार डॉलर (19,45,350 रुपए) घूस देने की कोशिश की थी। आरोपों का जवाब देने के लिए नायर के पास 16 जनवरी से 14 दिनों का समय था, लेकिन इस दौरान वह खुद को बेगुनाह साबित करने असफल रहे।
कप्तान ग्रीम क्रेमर ने कोच हीथ स्ट्रीक को पिछले साल ही इस घटना की जानकारी दी। उन्होंने बताया किस तरह राजन नायर ने जिंबाब्वे -वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज के परिणामो को प्रभावित करने के लिए उन्हें घूस ऑफर किया। हालांकि, उनके शिकायत करते ही राजन नायर को निलंबित कर दिया गया और आगे की जांच के लिए मामले को आईसीसी के पास भेज दिया गया। आईसीसी ने मंगलवार को इस पर अपना फैसला सुनाते हुए उन्हें 20 साल के लिए बैन करने का फैसला किया।
आईसीसी के भ्रष्टाचार विरोधी इकाई (एसीयू) के जनरल मैनेजर एलेक्स मार्शल ने इस फैसले का स्वागत करते हुए जिंबाब्वे के कप्तान की तारीफ की। उन्होंने कहा, ”ग्रीम क्रेमर का धन्यवाद, उन्होंने इस मामले की जानकारी दी और क्रिकेट की गरिमा को बचाने का काम किया। इसके साथ ही जिंबाब्वे क्रिकेट के मदद के बिना इस इन्वेस्टिगेशन को पूरा नहीं किया जा सकता था। सभी का साथ देने के लिए शुक्रिया”।