IMF प्रमुख के बयान से मोदी सरकार को राहत, कहा- मजबूत ट्रैक पर है भारतीय अर्थव्यवस्था
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) की प्रमुख क्रिस्टीन लेगार्ड ने कहा है कि मध्यम अवधि में भारतीय अर्थव्यवस्था काफी मजबूती की राह पर है। कुछ दिन पहले अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने चालू वर्ष और अगले साल के लिए भारत की वृद्धि दर के अनुमान को घटाया है। भारत में हालिया दो प्रमुख सुधारों…नोटबंदी तथा माल एवं सेवा कर (जीएसटी) को ऐतिहासिक सुधार बताते हुए लेगार्ड ने कहा कि इसमें हैरानी नहीं होनी चाहिए कि लघु अवधि के लिए इससे अर्थव्यवस्था में कुछ सुस्ती आएगी।
आईएमएफ ने पिछले सप्ताह 2017 के लिए भारत की वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर 6.7 प्रतिशत कर दिया। यह उसके अप्रैल और जुलाई के पिछले अनुमान से आधा प्रतिशत कम है। इसके लिए आईएमएफ ने नोटबंदी और जीएसटी को प्रमुख वजह बताया है। आईएमएफ की प्रबंध निदेशक लेगार्ड ने कहा, ‘‘जहां तक भारत का सवाल है, हमने वृद्धि दर के अनुमान को कुछ कम किया है। पर हमारा मानना है कि मध्यम से दीर्घावधि में भारत वृद्धि की राह पर है। इसकी वजह पिछले कुछ साल के दौरान भारत में किए गए संरचनात्मक सुधार हैं।’’
लेगार्ड ने कहा, ‘‘मध्यम अवधि में हम भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए काफी मजबूत स्थिति देखते हैं।’’ उल्लेखनयीय है कि कुछ दिनों पहले ही आईएमएफ में आर्थिक सलाहकार एवं शोध विभाग के निदेशक मॉरिस आॅब्स्टफेल्ड ने कहा था, ‘‘भारतीय अर्थव्यवस्था में इस साल आया यह धीमापन वास्तव में उसकी दीर्घावधि सकारात्मक आर्थिक विकास की तस्वीर पर एक छोटे से अस्थायी दाग की तरह है।’’
एक प्रेसवार्ता के दौरान विभिन्न प्रश्नों के जवाब देते समय आॅब्स्टफेल्ड भारतीय अर्थव्यवस्था के भविष्य को लेकर आश्वस्त नजर आए थे। उन्होंने कहा था, ‘‘आम तौर पर भारत की अर्थव्यवस्था बेहतर हालत में है। सरकार ने पूरी ऊर्जा के साथ ढांचागत सुधार लागू किए हैं जिनमें जीएसटी शामिल है। इसका दीर्घावधि में लाभ होगा।’’ आईएमएफ में आर्थिक सलाहकार मॉरिस आॅब्स्टफेल्ड ने कहा कि भारत को व्यापार की बेहतर शर्तों का लाभ मिला है। साथ ही मानसून के सामान्य होने का भी इसे लाभ मिला है क्योंकि इससे कृषि को फायदा मिला है।