IND vs AUS: “अभी दो टेस्ट मैच…” कपिल देव ने चौथे मैच से पहले भारतीय टीम को लेकर दिया बड़ा बयान
भारतीय टीम अभी ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर है, जहां देशों देशों के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज, गाबा टेस्ट के बाद 1-1 से बराबरी पर है. इस सीरीज को भारतीय टीम अगर 3-1 से जीतेगी तो वह आसानी से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए क्लावीफाई कर जाएगी. लेकिन अगर ऐसा नहीं होता है और सीरीज का कोई और परिणाम आता है तो टीम इंडिया के फाइनल में पहुंचने की संभावनाएं दूसरी टीमों के परिणामों पर निर्भर करेगी. वहीं सीरीज के चौथे मुकाबले से पहले कपिल देव ने भारतीय टीम को लेकर कहा है कि टीम को अगले दो मैचों के लिए सकारात्मक होकर सोचना होगा.
गुजरात के अहमदाबाद में अदाणी समूह के निजी कार्यक्रम में बोलते हुए पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने कहा,”उन्होंने पहला टेस्ट बहुत अच्छा खेला, दूसरा टेस्ट टेस्ट बहुत खराब खेला. तीसरा टेस्ट भी काफी उतार चढ़ाव रहा और वो किसी तरह से बच गए. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. अभी दो टेस्ट मैच और हैं.”
कपिल देव ने आगे कहा,”आपको सकारात्मक सोचना होगा. आप इस टेस्ट मैच से और क्या सकारात्मक लेकर आगे बढ़ सकते हैं. मुझे लगता है कि अगले टेस्ट के लिए आपको सकारात्मक सोचना होगा. ठीक है वो वैसा नहीं खेले, जैसा हम सोच रहे थे. हम सोचने लगे और काफी अपेक्षा करने लगे, यह हमारी भी गलती है.”
बता दें, भारतीय टीम ने इस सीरीज के पहले मुकाबले में 295 रनों से ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी, जबकि दूसरे मैच में टीम इंडिया को 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था. ऐसे में सीरीज 1-1 से बराबर थी और सबका ध्यान ब्रिसबेन की तरफ था, जहां गाबा में दोनों देशों के बीच सीरीज का तीसरा मैच होना था.
गाबा टेस्ट में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग का फैसला लेकर सबको चौंका दिया. ऑस्ट्रेलिया ने भारत से मिले इस तोहफे को दोनों हाथों से स्वीकार किया और उन्होंने पहली पारी में 445 का स्कोर किया. इसके जवाब में भारत की पहली पारी सिर्फ 260 रनों पर सिमट गई. हालांकि, भारतीय गेंदबाजों ने इसके बाद जबरदस्त वापसी की. लेकिन बारिश से प्रभावित यह मुकाबला आखिरी में ड्रा पर समाप्त हुआ.
इस कार्यक्रम में कपिल देव ने अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी को लेकर कहा, “जब आप अच्छा नहीं कर रहे होते हैं, तो उस समय को याद मत रखिए. गौतम भाई ने भी ऐसा ही किया है. आपने न्यूजपेपर में कितना कुछ पढ़ा होगा. उतार-चढ़ाव लगे रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय लोग पीछे खींचने में लगे रहते हैं. लेकिन आपने अपना काम करना जारी रखा. दिन के आखिर में लोगों को एहसास होता है कि आप कितने अच्छे हैं.”