IND vs SA: भारतीय बल्लेबाजी का कबाड़ा करने वाले रबाड़ा बने नंबर 1 गेंदबाज, बना दिया विश्व रिकॉर्ड
भारत के खिलाफ पहले टेस्ट में दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज कगिसो रबाड़ा ने शानदार प्रदर्शन किया। सितारों से सजे भारतीय बल्लेबाजी क्रम की कमर तोड़ते हुए रबाड़ा ने पहली पारी में 34 रन देकर 3 और दूसरी पारी में 41 रन देकर 2 विकेट लिए। रबाड़ा के अच्छे प्रदर्शन का फायदा उन्हें आईसीसी टेस्ट रैंकिंग्स में मिला और वह अब विश्व के नंबर 1 गेंदबाज बन गए हैं। महज 22 साल की उम्र (8,261 दिन) में इस मुकाम पर पहुंचने वाले रबाड़ा सबसे युवा गेंदबाज हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड जॉर्ज लोमैन के नाम था, जिन्होंने फरवरी 1988 में सिर्फ 8,288 दिन की उम्र में नंबर 1 का तमगा हासिल किया था। 130 साल पुराने इस रिकॉर्ड तोड़ने की कोशिश इयॉन बॉथम, जोए पामर, वकार युनूस जैसे दिग्गज गेंदबाजों ने की, मगर सफलता रबाड़ा को मिली। पहले टेस्ट मैच में 5 विकेट झटककर रबाड़ा ने 5 प्वॉइंट्स बटोरे, जबकि इंग्लैंड के जेम्स एंडरसन ने इतने ही अंक गंवा दिए। एंडरसन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज के आखिरी टेस्ट में विश्व के नंबर 1 गेंदबाज की हैसियत से उतर थे, मगर कोई खास प्रदर्शन न करने की वजह से उन्हें दूसरे पायदान पर ढकेल कर रबाड़ा ऊपर निकल गए।
रबाड़ा ने कहा, ”विश्व का नंबर 1 टेस्ट गेंदबाज बनना विशेष एहसास है। यह बेहद खास है। ऐसा कुछ आप तब हासिल करने का सोचते हैं जब आप खेल खेलना शुरू करते हैं।” रबाड़ा सातवें दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज हैं जिन्होंने टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल किया है। उनसे पहले, ऑब्रे फॉकनर, ह्यू टेफील्ड, पीटर पोलाक, शॉन पोलाक, डेल स्टेन और वर्नोन फिलांडर नंबर 1 गेंदबाज रह चुके हैं।
रबाड़ा ने रिपोर्टर्स से बातचीत में इच्छा जताई कि वह गेंदबाजी आक्रमण की शुरुआत करना चाहते हैं, मगर इसके लिए इंतजार करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा, ”हमारा गेंदबाजी आक्रमण काफी प्रतिभाशाली है, जो कि हम पहले और पिछले गेम में भी देख चुके हैं। इन दिग्गजों के साथ खेलना बहुत अच्छा लगता है। जब टीम चाहती है तब मैं गेंदबाजी करता हूं, मगर निश्चित तौर पर मैं ओपन करना चाहूंगा। इस वक्त यह बेहद मुश्किल है क्योंकि दो गेंदबाज (फिलांडर, मोर्केल) बहुत अच्छा कर रहे हैं।”