Ind vs SA 1st Test: पहले टेस्ट से बाहर हुए डेल स्टेन, पूरी सीरीज से हो सकते हैं आउट
जोहानिसबर्ग के न्यूलैंड्स में खेले जा रहे पहले टेस्ट में द.अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन चोटिल हो गए हैं। अब वह इस मैच में नहीं खेलेंगे। यह भी कहा जा रहा है कि वह अगले 4-6 हफ्ते नहीं खेल पाएंगे। डेल स्टेन 13 महीनों के लंबे ब्रेक के बाद उन्होंने भारत के खिलाफ पहले टेस्ट में वापसी की थी, लेकिन दुर्भाग्यवश वह दोबारा चोटिल हो गए। डेल स्टेन ने भारत के खिलाफ मैच में 2 अहम विकेट चटकाए हैं। जब डेल स्टेन अपना 18वां ओवर डाल रहे थे, तब उनकी एडी में चोट लग गई। इसके बाद वह गेंदबाजी नहीं कर पाए। वेरनन फिलेंडर ने वह ओवर पूरा किया। चोटिल स्टेन को इसके बाद जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया। गौरतलब है कि चोटों के कारण डेल स्टेन का करियर काफी प्रभावित हुआ है। दाएं कंधे में चोट के कारण वह कई मैचों से बाहर रहे हैं।
गौरतलब है कि दक्षिण अफ्रीका ने पहले टेस्ट मैच में भारत पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। दूसरे दिन शनिवार का खेल खत्म होने तक मेजबान टीम ने भारत पर 142 रनों की बढ़त ले ली है। दिन का खेल खत्म होने तक दक्षिण अफ्रीका ने अपनी दूसरी पारी में 20 ओवरों में दो विकेट के नुकसान पर 65 रन बना लिए हैं। स्टम्प्स तक हाशिम अमला चार और कागिसो रबादा दो रन बनाकर खेल रहे हैं। इससे पहले मेजबान टीम के गेंदबाजों ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर भारतीय टीम के मजबूत बल्लेबाजी क्रम को 209 पर ही ढेर करते हुए अपनी टीम को 77 रनों की बढ़त दिला दी थी। अपनी दूसरी पारी खेलने उतरी दक्षिण अफ्रीका को एडिन मार्कराम (34) और डीन एल्गर (25) ने सधी हुई शुरुआत दी और पहले विकेट के लिए 52 रन जोड़े। इस जोड़ी को हार्दिक पांड्या ने मार्कराम को आउट कर तोड़ा। वहीं पांड्या ने ही 59 के कुल स्कोर पर एल्गर को विकेट के पीछे रिद्धिमान साहा के हाथों कैच कराया।
भारत के लिए दिन के हीरो हरफनमौला खिलाड़ी पांड्या रहे। दूसरे दिन अफ्रीका के दो विकेट चटकाने से पहले उन्होंने अपनी टीम की पहला पारी में सबसे ज्यादा 93 रन बनाए। उन्होंने संकट के समय में 95 गेंदों में 14 चौके और एक छक्के की मदद से आतिशी पारी खेलते हुए अपनी टीम को गर्द में जाने से बचाया। पांड्या ने आठवें विकेट के लिए भुवनेश्वर कुमार (25) के साथ 99 रनों की साझेदारी की। यह साझेदारी ऐसे समय आई जब भारत ने अपने सात विकेट महज 92 रनों पर ही खो दिए थे। मोर्ने मोर्केल ने भुवनेश्वर को आउट कर इस साझेदारी को तीसरे सत्र में तोड़ा। भुवनेश्वर 191 के कुल स्कोर पर आउट हुए। उनके बाद पांड्या भी ज्यादा देर टिक नहीं सके और कागिसो राबादा ने विकेट के पीछे क्विंटन डी कॉक के हाथों उन्हें कैच कराते हुए शतक पूरा करने से रोक दिया।