Ind vs SL: श्रीलंका के नियम तोड़ने के बावजूद भारत को नहीं मिले 5 रन, गावस्कर ने साधा निशाना

कहते हैं क्रिकेट के खेल में हर एक रन का अपना एक अलग महत्व होता है। यहां अगर किसी टीम के पक्ष में अंपायर की गलती से एक रन भी एक्ट्रा चला जाए तो इसका खामियाजा खिलाड़ियों को भुगतना पड़ जाता है। ईडन गार्डन स्टेडियम में श्रीलंका के साथ जारी पहले टेस्ट मैच के तीसरे दिन शनिवार को मैदान पर कुछ ऐसा हुआ जिसे देख भारतीय कप्तान विराट कोहली नाराज हो गए। भारतीय पारी के 53 वें ओवर में श्रीलंकाई गेंदबाज दाशुन शनाका गेंदबाजी करने आए। शनाका की पहली तीन गेंदों को भुवनेश्वर कुमार ने आराम से खेला, लेकिन ओवर के चौथे गेंद पर उन्होंने प्वाइंट की तरफ एक शॉट खेल दिया। जिसके बाद श्रीलंका के कप्तान दिनेश चंडीमल ने गेंद को रोक कर उसे फेंकने का नाटक किया। क्रिकेट के नए नियम के मुताबिक अगर कोई खिलाड़ी अब ऐसा कुछ करता है तो इसके लिए सामने वाली टीम को पांच रन दिए जाते हैं।

लेकिन मैदान पर मौजूद अंपायर नाइजेल लांग और जोएल विलसन ने इसे फेक फील्डिंग नहीं माना और भारत को पांच रन नहीं दिए गए। इसके बाद जहां एक तरफ ड्रेसिंग रूम में विराट कोहली के चेहरे पर अंपायर के इस फैसले को लेकर गुस्सा था तो वहीं कमेंट्री कर रहे भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर भी इससे खफा नजर आए। दरअसल, सुनील गावस्कर ने मजाक में कहा कि भुवनेश्वर यह शॉट को ठीक तरीके से मारने में चूक गया,जिसकी वजह से फील्डिंग साइड को पेनाल्टी स्वरूप 5 रन दे देने चाहिए।

गावस्कर के साथ कमेंट्री कर रहे साइमन डोल ने स्पिनर हेराथ को लेकर कहा कि हेराथ को भी कुछ ऐसा ही करना चाहिए, जिसमें वह अपनी गेंदबाजी में तेज गति से गेंद डालना का दिखावा करते हुए धीमी गेंद फेंके। बता दें कि अब आईसीसी के नये नियम के मुताबिक किसी भी फील्डर द्वारा इस तरह के थ्रो को फेंकना बिल्कुल ही गलत है।

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