IND vs WI: भारत और वेस्टइंडीज के बीच दूसरा मैच टाई, आखिरी ओवर तक रहा रोमांच
विशाखापत्तनम: भारत और वेस्टइंडीज के बीच विशाखापत्तनम में हुए वनडे सीरीज का दूसरा मैच आखिरी गेंद पर टाई हो गया. इस रोमांचक मैच में कई उतार चढ़ाव रहे. कभी वेस्टइंडीज टीम हावी रही तो कभी टीम इंडिया आखिरी ओवर तक में उतार चढ़ाव दिखे. पहले टीम इंडिया के लिए यह भी मुश्किल था कि वह 300 रनों का लक्ष्य भी वेस्टइंडीज को दे पाए, लेकिन विराट कोहली ने अंतिम 5 ओवर में तूफानी पारी खेलते हुए 50 रन जोड़कर वेस्टइंडीज को जीत के लिए 322 रनों का लक्ष्य दिया. इसके बाद जब वेस्टइंडीज लक्ष्य का पीछा करते हुए कई बार भारतीय गेंदबाजों पर हावी रही लेकिन अंत में मैच टाई ही रहा
टीम इंडिया पहले बल्लेबाजी करते हुए कप्तान विराट कोहली की तूफानी 157 की पारी की बदौलत 321 रन बनाने में कामयाब रही विराट के अलावा अंबाती रायडू ने 73 रनों की पारी खेली इसके अलवा रोहित शर्मा (4), शिखर धवन (29), एमएस धोनी (20), ऋषभ पंत (17) और रवींद्र जडेजा (13) ज्यादा देर नहीं टिक सके. वहीं वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों ने टीम इंडिया को कड़ी टक्कर दी जिसमें शाई होप की शतकीय पारी, शिरमोन हेटमेयर की 94 रनों की पारी उल्लेखनीय रही.
वेस्टइंडीज को इस मैच 49 ओवर तक वेस्टइंडीज ने टीम इंडिया को कड़ी टक्कर देते हुए 6 विकेट के नुकसान पर 308 रन बना लिए थे. शाई होप 131 गेदों पर 116 रन बनाकर नाबाद थे. वहीं उनका साध ऐश्ले नर्स दे रहे थे और कप्तान जेसन होल्डर के आउट होने के बाद आए थे. नर्स ने केवल 4 गेंदों पर 3 रन बनाए थे. अब वेस्टइंडीज को जीत के लिए 6 ओवर में केवल 4 रन चाहिए थे.
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने आखिरी ओवर की जिम्मेदारी उमेश यादव को दी. उमेश की पहली गेंद का सामना शाई होप को करना था. उम्मीद की जा रही थी कि होप कोई बड़ा शॉट खेलने की कोशिश करेंगे. उमेश ने पहली ही गेंद सीधे ब्लॉकहोल में फेंकने की कोशिश की होप ने ड्राइव करने की कोशिश की लेकिन गेंद बल्ले से ठीक से नहीं लगी और होप के पास ही रुक गई. होप ने बिना किसी हिचक के रन ले लिया. वहीं उमेश भी गेंद तक पहुंच कर रनआउट नहीं कर सके.
अब उमेश के सामने ऐश्ले नर्स थे. उमेश ने इस बार भी फुल लेंथ गेंद फेंकी, लेकिन गेंद लेग स्टंप से बाहर की जा रही थी. नर्स ने भी शॉट खेलने के लिए रूम बनाया था, पर वे चूक गए और गेंद नर्स के पैड से लगकर धोनी से दूर जाते हुए फाइन थर्ड मैन की दिशा में चार रन के लिए चली गई. अब वेस्टइंडीज को जीत के लिए 4 गेंदों पर 9 रन की दरकार थी.
उमेश ने अपने ओवर की तीसरी गेंद भी यार्कर फेंकने की कोशिश की पर इस बार नर्स फ्लिक करने में कामयाब रहे और गेंद मिडविकेट की ओर चली गई. होप ने स्ट्राइक अपने पास रखने के बजाए तेजी से दो रन ले लिए. अब वेस्टइंडीज को जीत के लिए तीन गेंदों पर 7 रन चाहिए थे.
यहां तक लग रहा था कि शायद वेस्टइंडीज किसी तरह से मैच जीत ही जाएगी, लेकिन ओवर की चौथी गेंद भी जब उमेश ने ऑफ साइड के बाहर फुल लेंथ की तो नर्स इसके लिए तैयार थे. नर्स ने स्कूप कर दिया और गेंद हवा में विकेट के पीछे गई, लेकिन थर्डमैन पर खड़े अंबाती रायडू ने कैच पकड़ने में कोई गलती नहीं की. वेस्टइंडीज का सातवां विकेट गिर गया लेकिन टीम इंडिया के खिलाड़ियों और फैंस को इस बात की राहत ज्यादा थी कि इस गेंद पर कोई रन नहीं गया.
अब वेस्टइंडीज को दो गेंदों में 7 रन चाहिए थे, लेकिन क्रीज पर शाई होप भी आ चुके थे. उमेश की इस गेंद पर होप ने दो रन लिए और अब उनकी टीम को एक गेंद पर 5 रन चाहिए थे, यानि होप के जीत के लिए कम से कम छक्का लगाने की जरूरत थी.
आखिरी गेंद उमेश ने फुल लेंथ गेंद फेंकी लेकिन वह ऑफ स्टंप के बाहर थी होप ने पाइंट के पीछे की ओर शॉट खेला. गेंद तेजी से बाउंड्री की ओर गई जिसे थर्ड मैन की ओर से आ रहे अंबाती रायडू रोक न सके और वेस्टइंडीज को चार रन मिल गए और मैच टाई हो गया. विराट की कप्तानी में टीम इंडिया का यह पहला टाई मैच रहा.