पाकिस्तान की रिक्वेस्ट पर दोनों देशों के डीजीएमओ में बातचीत, आरोपों का भारत ने दिया जवाब
भारत और पाकिस्तानके बीच डॉयरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (डीजीएमओ) स्तर की वार्ता हुई। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार पाकिस्तान के अनुरोध पर सोमवार दोपहर दो बजे दोनों देशों के डीजीएमओ के बीच हॉटलाइन पर बातचीत हुई। पाकिस्तानी डीजीएमओ ने आरोप लगाया कि भारतीय सुरक्षा बल एलओसी पर बिना उकसावे के गोलीबारी कर रहे हैं। जिसपर भारतीय डीजीएमओ ने कहा कि भारतीय जवानों ने तभी जवाबी फायरिंग की जब आतंकियों को पाकिस्तानी सेना की ओर से समर्थन दिया गया। भारतीय डीजीएमओ ने आगे कहा कि भारतीय सेना सदैव उच्च मानदंडों का पालन करती रही है और कभी भी नागरिकों को निशाना नहीं बनाया।
18 सितंबर 2016 में जम्मू-कश्मीर स्थित बीएसएफ कैंप पर हुए आतंकी हमले के बाद से ही दोनों देशों के बीच रिश्ते तल्ख हैं। उरी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सीमा पार करके की गयी सर्जिकल स्ट्राइक में कई आतंकवादियों और आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया था।
पाकिस्तान ने भारत द्वारा किए गए सर्जिकल स्ट्राइक से इनकार किया था लेकिन उसके बाद से जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ की घटनाओं और बगैर उकसावे के गोलीबार में काफी बढ़ोतरी आ गई। जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान ने आतंकवाद को भी काफी बढ़ावा दिया। वहीं भारत ने पिछले एक साल में विशेष अभियान के तहत घाटी में सक्रिय कम से कम 116 आतंकवादियों को विभिन्न मुठभेड़ों में मार गिराया। भारत सरकार के अनुसार कश्मीर में पिछले एक साल में हुई पत्थरबाजी की घटनाओं के पीछे भी पाकिस्तान का हाथ है।
भारत और पाकिस्तान के बीच का तनाव अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी दिखा। पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आतंकवादी बुरहान वानी को जम्मू-कश्मीर की आजादी की लड़ाई का हीरो बता दिया था। वहीं भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान पर मसूद अजहर, जकिउररहमान लखवी और हाफिज सईद जैसे आतंकवादियों को पनाह देने का आरोप लगाया।