कोलंबो टी-20: कोहली बने मैन ऑफ द मैच, 51 रनों पर नाबाद रहे मनीष पांडे, भारत की 7 विकेट से जीत
भारतीय टीम श्रीलंका दौरे से अपराजित लौट रही है। टेस्ट और वनडे में श्रीलंका का सूपड़ा साफ करने के बाद उसने बुधवार को खेले गए एकमात्र टी-20 मैच में मेजबान टीम को सात विकेट से शिकस्त दी। श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के सामने 171 रनों का लक्ष्य रखा था जिसे मेहमान टीम ने कप्तान विराट कोहली (82) और मनीष पांडे (नाबाद 51) की बेहतरीन पारियों के दम पर चार गेंद शेष रहते हुए तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया। कोहली का यह 50वां टी-20 मैच था। उन्हीं की कप्तानी में भारत ने तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 3-0 से जीत हासिल की थी जबकि पांच वनडे मैचों की सीरीज में 5-0 से मेजबान टीम को मात दी। चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारत ने 42 रनों पर ही अपने दो विकेट खो दिए थे। 22 के कुल स्कोर पर रोहित शर्मा (9) को लसिथ मलिंगा ने आउट किया। लोकेश राहुल (24) 42 के कुल स्कोर पर सीकुगे प्रसन्ना का शिकार बने।
इन दोनों के आउट होने के बाद कोहली और पांडे ने भारत को संभाला और श्रीलंकाई गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। इन दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 119 रनों की साझेदारी करते हुए टीम को जीत की दहलीज पर पहुंचाया। टीम को जब जीत के लिए 10 रनों की दरकार थी तभी कोहली पवेलियन लौट लिए। 52 गेंदों का सामना कर सात चौके और एक छक्का मारने वाले कोहली को इसुरु उदाना ने आउट किया। कोहली को मैन ऑफ द मैच चुना गया।
पांडे ने आखिरी ओवर की दूसरी गेंद पर चौका मार अपना अर्धशतक भी पूरा किया और टीम के लिए विजयी शॉट भी मारा। उन्होंने अपनी नाबाद पारी में 36 गेंदें खेलीं और चार चौके तथा एक छक्का लगाया। इससे पहले, भारत ने टॉस जीतकर श्रीलंका को बल्लेबाजी के लिए बुलाया। दिलशान मुनावीरा (53) की तेज तर्रार पारी और अंत में अशन प्रियंजन के अहम 40 रनों की बदौलत श्रीलंका निर्धारित 20 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 170 रन बनाने में सफल रही।
खराब शुरुआत के बाद श्रीलंका को मुनावीरा ने संभाला और दूसरे छोर से गिरते विकटों के बीच लगातार तेजी से रन बटोरते रहे। अंत में प्रियंजन ने उदाना के साथ मिलकर टीम को सम्मानजनक स्कोर दिया। पहले ओवर में भुवनेश्वर कुमार ने सिर्फ चार रन दिए थे। लेकिन, दूसरे ओवर में निरोशन डिकवेला (14) ने जसप्रीत बुमारह पर तीन चौकों की मदद से 15 रन बटोर टीम को अच्छी शुरुआत देने की कोशिश की। हालांकि अगले ही ओवर में भुवनेश्वर ने कप्तान उपुल थरंगा (4) को बोल्ड कर श्रीलंका को पहला झटका दिया।
थरंगा की जगह आए मुनावीरा ने आते ही दो चौके जड़े। इसी बीच भारतीय कप्तान विराट कोहली ने लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को गेंद थमाई और दिलशान ने उनका स्वागत दो शानदार छक्कों से किया। अगले ओवर में कोहली, बुमराह को वापस लेकर और उन्होंने डिकवेला को 46 के कुल स्कोर पर बोल्ड कर श्रीलंका के स्कोर बोर्ड को थामने की कोशिश की। लेकिन, मुनावीरा ने बड़े शॉट्स खेलना जारी रखा। दूसरे छोर पर उन्हें साथ नहीं मिला। चहल की गेंद पर एंजेलो मैथ्यूज (7) चूके और महेंद्र सिंह धौनी ने उनकी गिल्लियां बिखेर दीं। वह 62 के कुल स्कोर पर आउट हुए। हालांकि मुनावीरा टिके हुए थे और लगातार बड़े शॉट खेले जा रहे थे। उन्होंने इसी बीच अपने 50 रन पूरे कर लिए, लेकिन इसके बाद वह ज्यादा देर टिक नहीं सके।
मेजबान टीम का स्कोर सैकड़े से एक रन की दूरी पर था तभी चाइनामैन कुलदीप यादव ने मुनावीरा की पारी का अंत किया। उन्होंने 29 गेंदों का सामना करते हुए पांच चौके और चार छक्के लगाए। यहां से श्रीलंकाई बल्लेबाज बड़े शॉट खेलने के प्रयास में लगातार विकेट खोते रहे। भारत ने रन गति पर भी अंकुश लगा दिया था। अंत में सिर्फ प्रियंजन लड़ते रहे लेकिन डेथ ओवरों के दो बेहतरीन गेंदबाजों बुमराह और भुवनेश्वर की सटीक गेंदबाजी के आगे उनका बल्ला ज्यादा कुछ कर नहीं पा रहा था। लेकिन, अंत के दो ओवरों में प्रियंजन और उदाना की जोड़ी 26 रन जोड़ने में सफल रही। भारत की तरफ से युजवेंद्र चहल ने तीन विकेट लिए। कुलदीप यादव को दो सफलताएं मिलीं। भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह को एक-एक विकेट मिला।