जिनपिंग-मोदी मुलाकात से पहले भारत ने कर दिया डोकलाम विवाद को पीछे छोड़ने का ऐलान
भारत के चीन में राजदूत गौतम बंबावाले ने शुक्रवार (8 जून) को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि दोनों देश पिछले साल हुए डोकलाम विवाद को पीछे छोड़कर बेहतर द्विपक्षीय संबंधों के लिए आगे बढ़ चुके हैं। राजदूत बंबावाले ने ये बात चीन के किंगदो में कही। वह आगामी 9-10 जून को होने जा रही 18वीं शंघाई सहकारी संगठन समिट के कार्यक्रम से पहले बोल रहे थे।
#WATCH Qingdao: Ahead of SCO Summit, Indian Ambassador to China, Gautam Bambawale, says, ‘There is no doubt that India-China relations have gone through a transformation after Wuhan informal summit, we have left #Doklam crisis behind & moved forward to better ties.’ pic.twitter.com/x1vzTS2zl5
— ANI (@ANI) June 8, 2018
राजदूत बंबावाले ने कहा,”इस बात में कोई संदेह नहीं है कि भारत-चीन के रिश्ते अनौपचारिक वुहान समिट के बाद बदलाव के दौर से गुजर रहे हैं। हमने डोकलाम की घटना को पीछे छोड़ दिया है और बेहतर गठबंधन के लिए आगे बढ़ रहे हैं।” राजदूत बंबावाले ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग आगामी शनिवार (9 जून) को द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। वार्ता में एससीओ समिट में उठाई गई बातों पर दोनों देशों में बातचीत होनी है।
बता दें कि साल 2017 में, भारत और चीन के सैनिक डोकलाम की जमीन पर आमने—सामने आ गए थे। ये विवाद उस वक्त शुरू हुआ था जब चीन के सैनिकों ने दोनों देशों के बीच हुए आपसी समझौते को दरकिनार कर दिया था। चीन के सैनिक डोकलाम के इलाके में सड़क बनाने की कोशिश कर रहे थे। ये विवाद बीते 28 अगस्त को उस वक्त समाप्त हुआ था। जब भारत और चीन ने अपने सैनिकों की डोकलाम से तैनाती हटाने का फैसला किया था।