भारतीयों का कर्तव्य है कि 21वीं सदी को भारत की सदी बनाएं- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि यह भारतीयों का कर्तव्य है कि 21वीं सदी को भारत की सदी बनाने के लिए काम करें। फिलीपींस में भारतीय राजदूत जयदीप मजूमदार द्वारा आयोजित भारतीय समुदाय के स्वागत कार्यक्रम में मोदी ने कहा, “यदि 21वीं सदी को एशिया की सदी माना जाता है तो यह हमारा कर्तव्य है कि इसे भारत की सदी बनाएं और मेरा कहना है कि यह संभव है।” उन्होंने कहा, “हमारे प्रयासों का मकसद भारत को बदलने व बाहर जाने वाली सभी चीजों को वैश्विक मानकों के अनुरूप सुनिश्चित करना है।” प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने हमेशा विश्व शांति में योगदान दिया है। उन्होंने कहा, “संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षा बलों में हमारी भागीदारी सबसे बड़ी है।”
उन्होंने कहा, “भारत महात्मा गांधी की भूमि है व शांति हमारी संस्कृति का अभिन्न भाग है।” उन्होंने कहा कि वह एक ऐसे देश व क्षेत्र में आए हैं जो भारत के लिए काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार का जोर शुरुआत से ही ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ पर है। मोदी रविवार को तीन दिवसीय दौरे पर फिलीपींस पहुंचे। यहां प्रधानमंत्री 15वें भारत-दक्षिणपूर्व एशियाई राष्ट्रों के संगठन (आसियान) शिखर सम्मेलन व 12वें पूर्व एशिया शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने आए हैं। अपनी सरकार की कुछ प्रमुख पहल के बारे में बताते हुए मोदी ने प्रधानमंत्री जनधन योजना के बारे में बात की, जिसके तहत गरीब लोग जिनके पास बैंक खाते नहीं हैं, उनके जीरो बैलेंस पर खाते खोले गए। उन्होंने कहा, “आज गरीब लोग जानते हैं कि कैसे बचत करनी है और इन खातों में 67,000 करोड़ जमा हुए हैं।