भारत ने पाकिस्तान से कहा- मियां मस्जिद तक ही दौड़ लगा सकता है
संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मुद्दे को उठाने की पाकिस्तान की कोशिशों पर भारत ने चुटकी ली है। भारत ने कहा है कि मियां की दौड़ मस्जिद तक ही हो सकती है और पाकिस्तान इसी कहावत को फिर से चरितार्थ करने की कोशिश कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरूद्दीन ने न्यूयॉर्क में कहा कि, ‘यदि वे (पाकिस्तान) उस मुद्दे पर चर्चा करना चाहते हैं जो संयुक्त राष्ट्र में सालों नहीं बल्कि दशकों से नहीं उठा है तो ये उनकी मर्जी है, ये वैसा ही है जैसे मियां की दौड़ मस्जिद तक।’ सैयद अकबरूद्दीन ने कहा कि कुछ लोग निश्चित दायरे में ही सोच पाते हैं और उससे आगे जाना उनके वश की बात नहीं है। भारत के शीर्ष राजनयिक के मुताबिक भारत ने संयुक्त राष्ट्र में अपना एजेंडा जाहिर कर दिया है। भारत का लक्ष्य प्रगतिशील और अग्रगामी इंडिया का निर्माण है। लेकिन यदि कुछ देश अतीत के बारे में ही सोचते हैं तो वे अतीत के लोग हैं।
बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के 72वें सत्र में हिस्सा लेंगे। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आतंकवादियों को पनाहगाह मुहैया कराने के लिए पाकिस्तान की आलोचना की थी जिसके बाद महासभा के सत्र में शामिल होने के लिए अब्बासी की अमेरिकी यात्रा ना केवल प्रधानमंत्री के तौर पर उनकी पहली यात्रा है बल्कि पाकिस्तान की ओर से अमेरिका की पहली उच्च स्तरीय यात्रा है। एक दिन पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के कार्यालय ने बताया कि प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर का मुद्दा उठाएंगे। पाकिस्तान इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) में भी कश्मीर मुद्दे को उठाने की कोशिश कर रहा है। विदेश कार्यालय ने बताया है कि जम्मू कश्मीर पर ओआईसी संपर्क समूह की बैठक भी होगी। भारत ने कहा है कि इस्लामिक सहयोग संगठन को कश्मीर पर बोलने का कोई हक नहीं है।
इस बैठक में भारत का नेतृत्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज कर रही हैं। सुषमा स्वराज 23 सिंतबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगी।विदेश मंत्री सुषमा स्वराज वार्षिक संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) सत्र में शामिल होने के लिए रविवार को संयुक्त राष्ट्र पहुंचेंगी। सत्र में भारत के प्रमुख लक्ष्यों को रेखांकित करते हुए, संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने शनिवार को कहा था, “हमारा एजेंडा व्यापक, प्रगतिशील और विस्तारवादी है और वैश्विक प्रकृति के लक्ष्य हैं।” सत्र की औपचारिक बैठकें सोमवार को संयुक्त राष्ट्र में सुधार के मुद्दों पर चर्चा के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा आयोजित एक सम्मेलन की शुरुआत के साथ शुरू होंगी, जहां सुषमा भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी। 193 सदस्य देशों के नेताओं के औपचारिक संबोधन का दौर मंगलवार को शुरू होगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच कोई औपचारिक बैठक नहीं होगी, लेकिन वे सार्क और जी77 बैठकों में शामिल होंगे।