अर्थव्यवस्था के लिए बुरा संकेत: देश की थोक महंगाई दर में दोगुनी बढ़ोत्तरी
देश के थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित महंगाई दर अगस्त महीने में लगभग दोगुनी होकर 3.24 फीसदी रही है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में थोक महंगाई दर 1.88 फीसदी रही थी जबकि अगस्त 2016 में यह दर 1.09 फीसदी थी। हाल ही में आंकड़े आए थे कि खुदरा मुद्रास्फीति की दर अगस्त महीने में बढ़कर पांच महीने के उच्च स्तर 3.36 फीसद पर पहुंच गई है। गस्त महीने का खुदरा मुद्रास्फीति का आंकड़ा मार्च, 2017 के बाद सबसे ऊंचा है। उस समय यह 3.89 फीसद पर थी।
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार माह के दौरान रोजाना उपभोग वाले फल और सब्जियों की महंगाई दर बढ़कर क्रमश: 5.29 फीसद और 6.16 फीसद हो गई। यह जुलाई में क्रमश: 2.83 फीसद और शून्य से 3.57 फीसद नीचे थी। इसी तरह तैयार भोजन, जलपान और मिठाई की श्रेणी में मुद्रास्फीति अगस्त में बढ़कर 1.96 फीसद हो गई। जो जुलाई में 0.43 फीसद थी। परिवहन और संचार क्षेत्रों में भी महंगाई दर बढ़कर 3.71 फीसद हो गई। जो जुलाई में 1.76 फीसद थी। अलबत्ता कुछ मोटे अनाजों, मीट-मछली, तेल व वसा की महंगाई दर कुछ कम होने का दावा किया गया है।