क्या सचमुच भुतहा है कोलकाता साऊथ पार्क स्ट्रीट? देखें Video
पुराने जमाने में बड़े बुजुर्ग जो कहानियां सुनाते थे उनमें कभी-कभी भूत की कहानियां भी शामिल होती थी। सिनेमा जगत में भी हॉरर फिल्मों से खूब कमाई की जाती है। वहीं मानव इतिहास में भी बहुत सी भूत-प्रेतों की कहानियां चर्चा में बनी रहती हैं। कुल मिलाकर भले ही भूत-प्रेतों की कहानियों को कुछ लोग झूठा मानते हों। इसके बावजूद ये कहानियां हमारे इर्द-गिर्द घूमती नजर आती हैं। यहां तक कि ऐसे बहुत से लोग हैं जो भूत-प्रेतों की कहानियों में विश्वास भी रखते हैं। जहां वैज्ञानिक आज तक भूत-प्रेतों के कोई भी ठोस सबूत ढूंढ़ पाने में असफल रहे हैं। वहीं ऐसे हजारों लोग मौजूद हैं, जो भूत-प्रेतों को देखने की बात कहते हैं। इसके अलावा भारत में ही ऐसी बहुत सी जगह हैं जहां भूतों का बसेरा माना जाता है। उन्हीं में से एक है कोलकता का साऊथ पार्क स्ट्रीट कब्रिस्तान। चलिए आज हम आपको इस जगह जुड़ी से कुछ रोचक बातें बताते हैं।
कोलकता का साउथ पार्क स्ट्रीट कब्रिस्तान आज एक भुतहा जगह होने की वजह से चर्चा में बनी रहती है। कभी यह पार्क यूरोप और अमेरिका के बाहर बना सबसे बड़ा ईसाई कब्रिस्तान हुआ करता था। जहां तकरीबन 1600 शवों को दफनाया गया था। यहां मौजूद कब्रें ऐतिहासिक हैं, जिन्हें गॉथिक और इंडो – अरबी स्टाइल में बनाया गया था। इस कब्रिस्तान में साल 1790 में शवों को दफनाना बंद कर दिया गया था।
इस जगह के बारे में कई ऐसी कहानियां है जिसकी वजह से इसे भुतहा कहा जाता है। कहा जाता है कि यह दिन के उजाले में घूमने वाले लोगों को अपने आसपास कई आत्माओं के होने का एहसास होता है। साथ ही यहां आने वाले लोग अक्सर बीमार हो जाते हैं। वहीं लोगों का कहना है कि इस पार्क में घूमने और तस्वीरें खींचने वाले एक शख्स की मौत दमे की बीमारी से हो गई थी, जिसे यहां आने से पहले दमा की कोई शिकायत नहीं थी।
वैज्ञानिकों के अनुसार, भूत-प्रेत जैसा कुछ नहीं होता। हम अंधविश्वास फैलाने की कोशिश नहीं कर रहे, स्थानीय निवासियों ने इस जगह पर अजीबोगरीब घटनाएं होने की बात कई बार की है। हालांकि यह सभी घटनाएं अपुष्ट हैं।