संयुक्त राष्ट्र में भारत की पाकिस्तान को खरी-खरी- इस्लामाबाद को बताया वैश्विक आतंकवाद का चेहरा
युनाइटेड नेशन ह्यूमन राइट काउंसिल (UNHRC) में भारत ने पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया। भारत पर पाकिस्तान द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए भारत ने इस्लामाबाद को अंतरराष्ट्रीय आतंक का चेहरा कहा। पाकिस्तान की स्पीच के बाद ‘राइट टू रिप्लाई’ का इस्तेमाल करते हुए भारत की तरफ से डॉ विष्णु रेड्डी ने कहा जम्मू कश्मीर पर पाकिस्तान द्वारा कही गई बात बिल्कुल गलत और भटकाने वाली हैं। रेड्डी ने आगे बताया कि हमारे क्षेत्र में सबसे बड़ी परेशानी आतंकवाद है। पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए भारत की तरफ से दो मुद्दों का जिक्र किया गया।
इसमें जम्मू कश्मीर में बढ़ती आतंकी गतिविधि और बलूचिस्तान में मानव अधिकारों का उल्लंघन शामिल थे। भारत बलूचिस्तान के मुद्दे को विश्व के अलग-अलग मंच पर उठाता रहा है। रेड्डी ने कहा पाकिस्तान द्वारा कब्जे में लिया गया कश्मीर आतंक को पनाह देने वाली जगह बन गया है। पीओके और बलूचिस्तान में मानव अधिकार का रिकॉर्ड बुरी स्थिति में है।
रेड्डी ने आगे कहा पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद का नाम बन चुका है। यहां तक कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री भी इस बात को कबूल चुके हैं कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बैन हो चुके संगठन लश्कर ए तय्यबा और जैश ए मोहम्मद उनके यहां से ऑपरेट होते हैं। विश्व की अच्छाई के लिए पाकिस्तान को आतंक के इन कारखानों को बंद कर देना चाहिए। पाकिस्तान जम्मू कश्मीर के मुद्दे को विभ्निन मंचों पर उठाता रहा है। जिनेवा से पहले न्यू यॉर्क और बाकी जगह भी उसने गलत बयानी की थी।
इससे पहले पाकिस्तान को लेकर वर्ल्ड बलूच ऑर्गनाइजेशन ने जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार संगठन (यूएनएचआरसी) के सामने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। बलूचिस्तान के प्रतिनिधि मेहरान मैरी ने पाकिस्तान की पोल खोलते हुए कहा कि यहां पर धार्मिक चरमपंथियों व जिहादी संगठनों के अलावा एलईटी, सिपाह-ए-साहबा, जेयूडी, जैसे संगठन खुले तौर पर सक्रिय हैं और अपने संगठन में ये भर्ती करते हैं।