अब भारत काम कर रहा चंद्रयान 2 मिशन आर्विटर पर, सरकार ने कहा यह है एक पूर्णत: स्वदेशी मिशन
सरकार ने आज बताया कि भारत चंद्रयान 2 मिशन आर्विटर पर काम कर रहा है जो चंद्रमा के बारे में वैज्ञानिक जानकारी में वृद्धि करेगा। लोकसभा में संतोष अहलावत के प्रश्न के लिखित उत्तर में प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डा. जितेन्द्र सिंह ने बताया कि आर्बिटर, लैंडर और रोवर सहित चंद्रयान 2 एक पूर्णत: स्वदेशी मिशन है। आर्बिटर को चंद्रमा के आसपास 100 किलोमीटर की कक्षा में स्थापित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 100 किलोमीटर की चंद्र कक्षा में पहुंचने के बाद लैंडर, आर्बिटर से अलग होगा और चंद्रमा की सतह पर उतरेगा और एक रोवर को स्थापित करेगा । रोवर वहां आस पास भ्रमण करेगा । आर्बिटर चंद्रमा के आसपास परिक्रमा करता रहेगा और चंद्रमा की सतह से दूर संवेदी प्रेक्षण करेगा।
सिंह ने बताया, ‘‘ इस मिशन का कुल व्यय लगभग 800 करोड़ रूपये है। अगले मंगल मिशन के लिये तैयारी प्रगति पर है। ’’ केंद्रीय मंत्री ने बताया कि इसरो ने सौर पिंडो की खोज करने के लिये योजना तैयार करने के वास्ते एक अध्ययन दल का गठन किया है ।
अध्ययन दल ने मंगल पर भविष्य में एक मिशन की अनुशंसा की है। वैज्ञानिक प्रस्तावों का चयन एक विशेषज्ञ समिति द्वारा किया जायेगा । उन्होंने बताया कि आर्बिटर चंद्रमा की स्थालाकृति, तात्विक तथा खनिज विज्ञान से जुड़े आयाम और उप सतही हिम जल के विस्तार का अध्ययन करेगा।