IT का दावा- योगेंद्र यादव के परिवारवालों ने नकद देकर नीरव मोदी से खरीदे गहने, 20 लाख कैश बरामद

आंचल/अभिनव राजपूत,
स्वराज पार्टी के संस्थापक योगेंद्र यादव के परिवार से जुड़े अस्पताल और घऱ पर छापेमारी के दौरान आयकर विभाग ने 20 लाख रुपये कैश जब्त करने का दावा किया है। साथ ही पीएनबी घोटालेबाज नीरव मोदी से ज्वेलरी खरीदने के सुबूत भी मिलने की बात कही है। आयकर विभाग ने योगेंद्र यादव के परिवार से जुड़े कुल तीन ठिकानों पर बुधवार(11 जुलाई) को छापेमारी की। दावा है कि गहने की खरीदारी के लिए योगेंद्र के परिवार ने नकद भुगतान किया।
आयकर विभाग के दावों को लेकर इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में योगेंद्र यादव ने कहा-हास्पिटल में छापे के दौरान जो कुछ भी मिला है, उसका स्पष्टीकरण अस्पताल प्रशासन देगा।मैंने इसलिए आवाज उठाई, क्योंकि उन्हें मेरे कार्यों के लिए दंडित किया जा रहा।
यादव ने कहा, आयकर विभाग का छापा 11 बजे दिन में शुरू हुआ। कलावती हास्पिटल कम नर्सिंग होम उनकी बड़ी बहन नीलम यादव चलाती हैं तो कमला नर्सिंग होम दूसरी बहन पूनम। पूनम के पति नरेंद्र यादव बाल रोग विशेषज्ञ हैं। रेवाड़ी में इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में नीलम ने कहा-कृपया इन सब चीजों को राजनीति से न जोड़ें। मेरे पति और मैं राजनीति में नहीं हूं। आइटी डिपार्टमेंट जो कर रहा है, वह उसकी ड्यूटी है। हम इस छापेमारी पर कुछ टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं।छापे के दौरान आभूषणों की बरामदगी के सवाल पर उन्होंने कहा-क्या नीरव मोदी के आभूषण बाजार में नहीं बिक रहे थे।
बता दें कि छापा नीलम यादव के हास्पिटल ही नहीं घर पर भी पड़ा। नीलम परिवार के साथ पहले तल पर रहतीं हैं, जबकि हास्पिटल ग्राउंड फ्लोर पर संचालित है।उधर कमला नर्सिंग होम के मैनेजर जीके चौहान ने कहा कि छापे के कारण तीस से ज्यादा मरीज वापस चले गए।नर्सिंग होम के स्टाफ के मुताबिक छापे के दौरान सुरक्षाकर्मियों ने ओपीडी, लैब, मेडिकल स्टोर आदि बंद करने को कहा था।45 बेड का कमला नर्सिंग होम में बच्चों का इलाज होता है।इस छापेमारी को लेकर योगेंद्र यादव ने कहा कि उन्होंने किसानों और शराबबंदी के लिए मुहिम चला रखी है। जिससे परेशान होकर बीजेपी सरकार आइटी के छापों के जरिए उनके परिवार को निशाना बना रही है।