नोटबंदी के बाद भी इस शख्स ने घर में रखे थे 11 करोड़ नकद, सैकडों करोड़ टैक्स चोरी का शक
आयकर विभाग ने शुक्रवार (17 नवंबर) को करीब 11 करोड़ रुपए सीज किए। ये रुपए ब्रोकर और अन्य लोगों के खिलाफ टैक्स चोरी के मामले में बरामद किए गए। रिपोर्ट के अनसुार इसमें नेशनल स्कॉक एक्सचेंज (एनएसई) से जुड़े को-लोकेशन के मामले भी शामिल हैं। मामले में आयकर विभाग के अधिकारियों ने बताया, ‘बरामद की गई नकदी को लकड़ी के बने तहखानों और अन्य जगहों पर छिपाकर रखा गया था। ये पैसा ब्रोकर संजय गुप्ता के दिल्ली स्थित आवासों में से बरामद किया गया।’ रिपोर्ट के अनुसार इतनी अधिक नकदी होने का गुप्ता संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए। इस दौरान उनके परिवार और अन्य सदस्यों के नंबर भी बंद पाए गए। कुल जब्त की रकम का ज्यादातर हिस्सा दिल्ली में स्थित गुप्ता के तीन आवासों से बरामद किया गया।
खबर के अनुसार करीब दस करोड़ रुपए लकड़ी के जीने के नीचे बने तहखाने से बरामद किए गए है। दिल्ली के अलावा मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु में भी तलाशी ली गई। एक सीनियर आयकर अधिकारी ने बताया कि कुछ संदिग्ध दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। दिल्ली और मुंबई में एनएसई से जुड़े कुछ ब्रोकरों के यहां भी पिछले तीन दिनों से लगातार तलाशी चल रही है। इन ब्रोकरों के यहां से भी कुछ संदिग्ध दस्तावेज और कंप्यूटर बरामद किए गए हैं।
मामले में एनएसई के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर चित्रा रामकृष्णा के साथ एनएसई से जुड़े अन्य कुछ महत्वपूर्ण लोगों के यहां भी तलाशी ली गई है। आयकर विभाग ने चित्रा से भी कुछ सवालों के जवाब जानना चाहे, लेकिन उनकी तरफ से भी कोई जवाब नहीं दिया गया।