छत्तीसगढ़ के नक्सली इलाकों के स्कूलों में शिक्षक नही तैयार पढ़ाने को, आईटीबीपी के जवान पढ़ा रहे बच्चों को

छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबल नक्सलियों पर काफी हद तक लगाम लगाने में सफल रहे हैं, लेकिन अभी भी राज्य के कई इलाके ऐसे हैं, जहां नक्सलियों का वर्चस्व है। ऐसे ही इलाकों में शामिल है कोंडागांव। बता दें कि कोंडागांव के हादेली गांव के प्राथमिक विद्यालय में नक्सलियों के डर से कोई शिक्षक पढ़ाने के लिए तैयार नहीं है। स्कूल में मौजूदा समय में सिर्फ एक टीचर ही तैनात है। ऐसे समय में आईटीबीपी के जवानों ने मोर्चा संभालने का फैसला किया है।

बता दें कि हादेली गांव के इस स्कूल में आईटीबीपी के जवान बच्चों को पढ़ा रहे हैं। स्कूल के एकमात्र टीचर बी.कश्यप का कहना है कि इस स्कूल में वह अकेले टीचर हैं, अब आईटीबीपी के जवान भी बच्चों को पढ़ाने में उनकी मदद कर रहे हैं और बच्चों की क्लास ले रहे हैं। पढ़ाई के साथ-साथ आईटीबीपी के जवान बच्चों को आत्मरक्षा और फिटनेस के लिए जूडो कराटे की भी ट्रेनिंग दे रहे हैं। इससे पहले खबर आयी थी कि कोंडागांव के नक्सल प्रभावित इलाकों में आईटीबीपी के जवान बच्चों और महिलाओं को आत्मरक्षा और खेल के तौर पर जूडो-कराटे की ट्रेनिंग दे रहे हैं। ट्रेनिंग पाने वाले बच्चों में से 20 बच्चे राज्य स्तर पर जूडो कराटे प्रतियोगिता में भाग ले चुके हैं, वहीं 3 राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग ले चुके हैं।

उल्लेखनीय है कि बीते एक सप्ताह पहले ही कोंडागांव में स्थित आईटीबीपी के कैंप पर नक्सलियों ने हमला किया था। यह हमला आईटीबी की रानापाल इलाके में स्थित 41वीं बटालियन पर किया गया था। रानापाल इलाका 3 तरफ से माओवादियों के वर्चस्व वाले इलाकों से घिरा हुआ है। इस हमले के दौरान कैंप पर रॉकेट से भी हमला किया गया। जिसके बाद आईटीबीपी के जवानों ने भी हमले का करारा जवाब दिया और दोनों तरफ से भारी गोलीबारी हुई। हालांकि इस हमले में किसी तरह के किसी नुकसान की खबर नहीं है।

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