जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने कुख्यात आतंकी संगठन IS के तीनों आतंकी को किया ढेर, 1 जवान शहीद
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में कुख्यात आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के तीन आतंकी मार गिराए गए। आतंकियों से लोहा लेते वक्त पुलिस का एक जवान भी शहीद हो गया था, जबकि हमले में एक अन्य नागरिक की जान चली गई। शुक्रवार (22 जून) सुबह अनंतनाग के श्रीगुफवाड़ा इलाके में सेना को आतंकियों के होने की खबर मिली थी। हरकत में आए सुरक्षाबलों ने इसके बाद कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया, जिसमें तीन आतंकियों को घेरा गया। सुरक्षाबलों ने उस दौरान पहले दो आतंकियों को मार गिराया, जबकि एक कुछ देर तक छिपा रहा। हालांकि, सुरक्षाबलों ने बाद में उसे भी मौत के घाट उतार दिया।
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एस.पी वैद ने इस एनकाउंटर के बारे में बताया कि मुठभेड़ तड़के शुरू हुई थी। तीन आतंकियों के होने के बारे में गुप्त सूचना मिली थी, जो कि मुठभेड़ में मार गिराए गए। तीनों की लाशें बरामद कर ली गई हैं, जबकि पुलिस का एक जवान उस दौरान शहीद हो गया। वहीं, दो अन्य नागरिकों को चोटें आई हैं। उन्हें पास के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। डीजीपी के मुताबिक, “मारे गए तीनों आतंकी कुख्यात आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) से जुड़े हुए थे।”
सुरक्षाबलों ने इसके अलावा दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा स्थित काचीपोरा इलाके में भी सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। तनाव की स्थिति के बीच चालू किए गए इस ऑपरेशन को ध्यान में रखकर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद की गई है। पुलवामा में इससे पहले दो दिन तक सेना व जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों में मुठभेड़ हुई थी। सेना ने मंगलवार को उस दौरान तीन आतंकियों का काम तमाम कर दिया था।
एनकाउंटर के बाद सुरक्षाबलों ने आतंकियों की लाशों के पास से कुछ हथियार व अन्य सामान बरामद किया था, जिसमें एके-47 राइफलें भी शामिल थीं। सेना ने आतंकियों का खात्मा करने के साथ उस मकान को भी तबाह कर दिया था, जिसमें वे बीते कुछ समय से छिपे हुए थे। घाटी में महबूबा सरकार गिरने के बाद से राज्यपाल शासन लगा हुआ है। वहीं, केंद्र सरकार ने भी राज्य के अस्थिर हालात और 29 जून से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा को लेकर एनएसजी कमांडो को घाटी में उतारने की योजना बनाई है।