जापान में शिंजो आबे शानदार जीत की ओर अग्रसर
जापान के मध्यावधि चुनाव में प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने मध्यावधि चुनाव में शानदार जीत दर्ज करते हुए नजर आ रहे हैं। इससे प्रधानमंत्री शिंजो आबे को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने और उत्तर कोरिया पर उनके पहले से कड़े रूख को मजबूत करने में मदद मिल सकती है। निजी प्रसारक टीबीएएस के अनुमान के अनुसार आबे के कंजरवेटिव गठबंधन को संसद की 465 सीटों में से 311 सीटें मिल रही हैं। जापानी दैनिक ‘योमिउरी’ की वेबसाइट पर दी गई खबर में कहा गया है कि आबे भारी जीत की तरफ बढ़ रहे हैं। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या आबे का गठबंधन दो तिहाई सीटें जीतने में सफल होगा। दो तिहाई का मतलब 310 सीटें जीतने से है।चुनाव में इस जीत से उत्तर कोरिया के परमाणु खतरे से निपटने के आबे के संकल्प को ताकत मिल सकती है। जापान अमेरिका का प्रमुख क्षेत्रीय सहयोगी और एशियाई की प्रभावशाली अर्थव्यवस्था है।
इससे पहले जापान में सुबह सात बजे (स्थानीय समयानुसार) मतदान केंद्र खुले और लोग तेज हवाओं और मूसलाधार बारिश से जूझते हुए मतदान केन्द्रों में पहुंचे। आबे की लिबरल डेमोक्रेटिकट पार्टी :एलडीपी: को कमजोर विपक्ष का फायदा हुआ है। उनके सामने खड़ी दो प्रमुख पार्टियां कुछ सप्ताह पहले ही बनीं। कुछ हफ्ते पहले तोक्यो की गवर्नर यूरिको कोइके ने ‘पार्टी ऑफ होप’ का गठन किया था। इस पार्टी को 50 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। इस बार संसद के निचले सदन के लिए 1180 उम्मीदवार 465 सीटों के लिए अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। बीते साल कानून में जो बदलाव किया गया था, उसके मुताबिक रविवार के चुनावों में निचले सदन के लिए पहली बार 18 व 19 साल के युवा भी मतदान कर रहे हैं।
आबे ने यह घोषणा सरकार का कार्यकाल पूरा होने के एक वर्ष पहले ही ऐसे समय में की है, उल्लेखनीय है कि जापान में 48वें आम चुनाव ऐसे वक्त हो रहे हैं, जब आबे और उनकी पत्नी से संबंधित भ्रष्टाचार के दो मामलों को लेकर उनकी सरकार विवादों में थी, और उनके रक्षामंत्री तोमोमी इनाडा ने एक कथित लीपा-पोती को लेकर इस्तीफा दे दिया है।