जींद गैंगरेप का खुलासा- बलात्कार के बाद नाक-मुंह दबाकर दम घोंटा और चेहरा कुचलकर नहर मे फेक दिया
हरियाणा के जींद में दलित नाबालिग लड़की से गैंगरेप के बाद बर्बरता के साथ लाश से ङुई छेड़छाड़ के एक आरोपी को पुलिस ने धर दबोचा है। मगर स्थानीय लोग अभी भी गुस्से में हैं। इस बीच, राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस ने एसआईटी का गठन कर जांच तेज कर दिया है। रविवार को पुलिस ने उस जगह से मिट्टी एकत्रित कर जांच के लिए भेजा है, जहां से लड़की की लाश बरामद हुई थी। बता दें कि जींद के बुढाखेड़ा गांव की नहर के पुल के पास शुक्रवार (12 जनवरी) को इसकी लाश मिली थी।
इधर, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि सामूहिक दुष्कर्म के बाद किशोरी के प्राइवेट पार्ट को नुकसान पहुंचाया गया है। शरीर पर जख्म के 19 निशान मिले हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक किशोरी को मारने के लिए उसका नाक-मुंह दबाकर दम घोंटने की कोशिश की गई थी। इतना ही नहीं उसे पानी में भी डुबोने के साक्ष्य मिले हैं। लाश की पहचान ना हो सके इसके लिए शैतानों ने चेहरे को भी कुचलने की कोशिश की थी। डॉक्टर के मुताबिक 3 या चार लोगों ने किशोरी के साथ गैंगरेप किया है।
पुलिस ने मृतक की पहचान उसके गले में मिले संत रविदास की तस्वीर वाले लॉकेट से की। इसके अलावा पुलिस ने सोशल मीडिया का भी सहारा लिया। किशोरी 9 जनवरी से लापता थी। उसके पिता ने कुरुक्षेत्र के झांसा थाने में लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया गया था कि किशोरी ट्यूशन पढ़ने गई थी लेकिन वापस नहीं लौटी। गुमशुदगी के पीछे गांव के ही एक युवक पर शक जताया गया था जो उसी दिन से लापता था।
हालांकि, अभी भी पुलिस के लिए यह सवाल अनसुलझा है कि किशोरी के साथ गैंगरेप कहां हुआ? उसकी हत्या कहां की गई? वह जींद कैसे पहुंची? जींद में जहां से लाश बरामद हुई, वहां पर घटना के संकेत नहीं मिले हैं। शनिवार-रविवार को करीब 250 पुलिसकर्मियों ने इलाके में कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया ताकि कुछ सुराग हाथ लग सके लेकिन ऐसा नहीं हुआ। लिहाजा, आशंका जताई जा रही है कि नहर में बहकर लाश आई होगी लेकिन सवाल यह कि उसे नहर से निकाला किसने?