5 साल बाद छात्रा के हाथ छात्र संघ की कमान, वाम मोर्चे ने जीते चारों पद
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्र संघ के केंद्रीय पैनल के लिए हुए चुनाव में वाम मोर्चे ने सभी चारों पदों पर जीत हासिल की। वाम मोर्चे के उम्मीदवारों ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के उम्मीदवारों को बड़े अंतर से हराया। अध्यक्ष पद के लिए कड़ी टक्कर देखने को मिली जहां एक समय एबीवीपी की उम्मीदवार निधि त्रिपाठी 25 मतों से आगे चल रही थीं। अंत में वाम मोर्चे की गीता कुमारी ने एबीवीपी उम्मीदवार को 464 मतों से हराया। इस तरह पांच साल बाद कोई छात्रा जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष निर्वाचित हुई है।
मतगणना के बाद नतीजे शनिवार-रविवार की मध्य रात्रि 2 बजे घोषित हुए। जेएनयू छात्र संघ चुनाव अधिकारियों के मुताबिक बापसा (बिरसा आंबेडकर फुले स्टूडेंट्स एसोसिएशन) की शबाना अली को 935 मत मिले। चुनाव में कुल 4,639 मत पड़े जिनमें से 19 मत अवैध हो गए क्योंकि मतदाताओं ने अपनी पर्ची गलत मतपत्र पर लगा दी। उपाध्यक्ष पद के लिए वाम मोर्चे की ओर से आइसा की सिमोन जोया खान को 1,876 मत मिले। चुनाव में कुल 4,620 वैध मत पड़े, जिनमें से एबीवीपी प्रत्याशी दुर्गेश कुमार के हिस्से में महज 1,028 वोट आए। वाम के दुग्गीराला श्रीकृष्ण ने महासचिव पद अपने नाम किया, उन्हें 2,082 वोट मिले। संयुक्त सचिव का पद भी वाम मोर्चे के नाम रहा। वाम मोर्चे के उम्मीदवार शुभांशु सिंह को 1,755 मत मिले। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी एबीवीपी के पंकज केसरी को 835 मतों के अंतर से हराया।