कासगंज हिंसा की रिपोर्टिंग कने पर पत्रकार को फोन पर दी जा रही गालियां, बेटी को किडनैप करने की धमकियां
उत्तर प्रदेश के कासगंज हिंसा की आंच अब धीरे-धीरे ठंडी पड़ रही है, पर माहौल में तनाव अभी भी कायम है। इस मामले में अब तक 112 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हैरान करने वाली बात यह है कि इस हिंसा की रिपोर्टिंग करने वाले कुछ पत्रकारों को अब धमकियां मिल रही है। न्यूज चैनल एबीपी न्यूज से जुड़े पत्रकार पंकज झा ने ऐसी ही आप बीती बताई है। पंकज झा कासगंज हिंसा की शुरुआत से ही कवरेज कर रहे हैं। पंकज झा ने ट्वीट कर कहा क कुछ लोग उन्हें फोन कर गालियां दे रहे हैं और गोली मार देने की धमकी दे रहे हैं। यही नहीं उनकी बेटी को किडनैप करने की धमकी उन्हें दी जा रही है। पंकज झा ने दुखी मन से कहा कि पत्रकारिता के लंबे दौर में उन्हें अब ये दिन देखना पड़ा रहा है। पंकज झा ने ट्वीट किया, ‘सवेरे से कुछ ख़ास तरह के लोग हमें फ़ोन कर गालियां दे रहे हैं, जान से मारने की धमकी दे रहे हैं, बेटी का अपहरण करने की चुनौती दे रहे हैं। ये पूछ रहे हैं कि क्या देश में तिरंगा यात्रा निकालने के लिए भी परमिशन की जरूरत पड़ेगी? लेकिन ऐसा तो कासगंज के डीएम ने कहा था, तो सवाल उनसे बनता है?’ पंकज झा ने उन नंबरों की जानकारी उत्तर प्रदेश पुलिस को दे दी है, जिनसे उन्हें गाली दी जा रही थी। उन्होंने कहा, ‘सालों के पत्रकारिता करते हुए आज ये दिन भी देखना पड़ा है। इन नंबरों को उठाना मैंने बंद कर दिया है। आप पूछेंगे क्यों ? उधर से आती हैं गालियॉं और गोली मारने की धमकियां।’
बता दें कि उत्तर प्रदेश के कासगंज में 26 जनवरी के दिन हिन्दू समुदाय के द्वारा तिरंगा यात्रा निकालने को लेकर हिंसा हुई थी। इस घटना में अभी तक एक शख्स अभिषेक उर्फ चन्दन गुप्ता ( 20 वर्ष) की मृत्यु हुई है। जबकि नौशाद नाम के घायल शख्स को जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। यूपी डीजीपी मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक, रविवार तक कुल 5 अभियोग पंजीकृत किए गए हैं, जिनमें से 3 अभियोग प्रभारी निरीक्षक कोतवाली कासगंज द्वारा पंजीकृत कराए गए हैं। पंजीकृत अभियोगों में अब तक कुल 31 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। 81 व्यक्तियों को निरोधात्मक कार्यवाही के अन्तर्गत गिरफ्तार किया गया है। अब तक कुल 112 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस घटना के संबंध में चिन्हित व्यक्तियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दबिशें दी जा रही है। कानून व्यवस्था की स्थिति नियंत्रण में है। कानून व्यवस्था बनाये रखने हेतु जनपद कासगंज शहर में धारा 144 सीआरपीसी लागू है।