इस पत्रकार ने अपने हाथों से लिखी अपनी श्रद्धांजलि, कहा- मैंने अपनी आखिरी बायलाइन लिख ली
श्रद्धांजलि निधन के बाद लिखी जाती है। लेकिन किसी को जीते जी अपनी श्रद्धांजलि लिखनी पड़ जाये तो! ऐसा ही किया अमेरिकी पत्रकार मार्क मूनी ने। मार्क मूनी ने ट्विटर पर अपना एक लेख शेयर करते हुए लिखा, “मैंने बस अभी अपने नाम वाली आखिरी रिपोर्ट प्रकाशित की।” 40 सालों के पत्रकारिता से जुड़े मार्क मूनी ने अपने लेख के अंत में लिखा, “अगर आप इसे पढ़ रहे हैं तो इसका मतलब है कि अब मैं यहाँ नहीं हूँ।” मार्क मूनी ने अपने लेख में अपनी मौत की वजह भी लिखी, “प्रोस्टेट कैंसर ने छह अक्टूबर 2017 को मुझे हरा दिया। मेरी उम्र 66 साल थी और मैं इस बीमारी से ऊब चुका था।” मार्क मूनी ने अपने लेख में एक अफसोस भी जाहिर किया है। उन्होंने लिखा है, “लेकिन मैं यहाँ होता तो मैं आपको बताना चाहूंगा कि मैं एक रिपोर्टर के तौर पर और काम करना चाहता था। बेहतर रिपोर्ट करना चाहता था। ज्यादा से ज्यादा लोगों से जुड़ता। चालू स्टोरी के बजाय गहराई वाली स्टोरी करता।”
मार्क मूनी ने खुदी की लिखी इस श्रद्धांजलि में अपनी पत्नी बारबरा गोल्डबर्ग को याद करते हुए लिखा है, “जितनी खुशी मुझे मिली है उतनी दी नहीं। मुझे अफसोस है कि मैं उसे सांत्वना देने के लिए मौजूद नहीं रहूंगा जिस तरह वो मेरे उसने मेरे आखिरी वक्त में मेरा साथ दिया।” मार्क मूनी ने अपने बच्चों मौरा और पॉल को खुद से स्मार्ट बताया है। उन्होंने अपने दोस्तों और शुभचिंतकों को फूल लाने के बजाय अपने पसंदीदा “सामाजिक कार्य” के लिए दान देने का अनुरोध किया।
मार्क मूनी के ट्विटर पर केवल 3600 फॉलोवर्स हैं। उनका ट्विटर अकाउंट वेलिफाइड नहीं है। ट्विटर प्रोफाइल के अनुसार वो सीएनएन मनी के एडिटर हैं। वो एबीसी न्यूज और न्यूयॉर्क डेली न्यूज के नेशनल एडिटर रह चुके हैं।