सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ जज जस्टिस चेलामेश्वर ने विदाई पार्टी में जाने से कर दिया इनकार
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ जज जस्टिस जे चेलामेश्वर 22 जून को रिटायर हो रहे हैं। उनकी विदाई के लिए सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने एक फेयरवेल कार्यक्रम रखा था। चेलामेश्वर ने निजी कारणों का हवाला देते हुए इस कार्यक्रम में जाने से इनकार कर दिया। जस्टिस चेलामेश्वर वही जज हैं, जिन्होंने कुछ वक्त पहले चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा के खिलाफ मोर्चा खोला था। इस साल 12 जनवरी को उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के तीन अन्य वरिष्ठ जज जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस एमबी लोकुर और जस्टिस कुरियन जोसफ के साथ मिलकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसमें जजों ने चीफ जस्टिस पर कुछ गंभीर आरोप लगाए थे।
सुप्रीम कोर्ट बार असोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह ने कहा कि बीते हफ्ते असोसिएशन के पदाधिकारियों ने जस्टिस चेलामेश्वर से मिलकर उन्हें 18 मई को आयोजित होने वाले कार्यक्रम के लिए न्योता दिया था। गर्मियों की छुट्टियां शुरू होने से पहले यह सुप्रीम कोर्ट का आखिरी वर्किंग डे था। सिंह ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि जस्टिस कुरियन ने कार्यक्रम का न्योता ठुकरा दिया। पदाधिकारियों ने उन्हें दोबारा मनाने की कोशिश भी की, लेकिन जस्टिस ने निजी कारणों का हवाला देते हुए वहां जाने से इनकार कर दिया। जज ने बार के पदाधिकारियों को बताया कि उन्होंने पहले भी एक ऐसा ही कार्यक्रम का न्योता ठुकराया था, जब वह आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट से किसी दूसरे उच्च न्यायालय जा रहे थे।
बार के अधिकारियों के मुताबिक, यह परंपरा रही है कि छुट्टियों के दौरान रिटायर होने वाले जजों के लिए उनके आखिरी वर्किंग डे पर फेयरवेल का आयोजन किया जाता है। बता दें कि चेलामेश्वर बुधवार को अदालत नहीं आए, जिसकी वजह से वह इस दिन होने वाले जजों के पारंपरिक लंच में शामिल नहीं हुए। इसमें एक जज ‘घर का खाना’ लाता है। यह लगातार तीसरा बुधवार था, जब जस्टिस चेलामेश्वर कोर्ट नहीं आए। जस्टिस चेलामेश्वर सुप्रीम कोर्ट के दूसरे सबसे सीनियर जज हैं। न्यूज चैनल एनडीटीवी से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘मैं अपने रिटायरमेंट को निजी रखना चाहता था। इस वजह से मैंने फेयरवेल के कार्यक्रम में जाने से इनकार किया। मैं सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन से कहा है कि वह मेरी निजता का सम्मान करें।’