Karnataka Election 2018: इन सात सीटों पर टिकी हैं सबकी निगाहें, पांच पर मुख्यमंत्री उम्मीदवार, देखें- किस सीट पर किस पार्टी से कौन उम्मीदवार?

Karnataka Election 2018: कर्नाटक विधान सभा चुनाव होने में अब 24 घंटे से भी कम समय रह गया है। ऐसे में राज्य में सियासी गहमागहमी चरम पर है। सभी की निगाहें उन सीटों पर विशेष रुप से अटकी हैं, जहां से मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, बीजेपी के सीएम उम्मीदवार बी एस येदुरप्पा और जेडीएस के सीएम उम्मीदवार एचडी कुमारास्वामी चुनावी मैदान में हैं। बता दें कि सिद्धारमैया और कुमारास्वामी दो-दो सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं जबकि येदुरप्पा एक ही सीट से किस्मत आजमा रहे हैं। शनिवार (12 मई) को राज्य की 222 सीटों पर चुनाव होंगे। एक सीट पर उम्मीदवार के निधन की वजह से चुनाव टल गया है जबकि दूसरी आरआर नगर सीट पर फर्जी वोटर आईडी मिलने के बाद आयोग ने चुनाव पर रोक लगा दी है।

15 मई को चुनावी नतीजे आएंगे। लिहाजा, इन सात सीटों पर लोगों की निगाहें टिकी हैं। इनके नतीजों से राज्य की राजनीति में नया अध्याय जुड़ेगा।

Badami Election 2018

उत्तरी कर्नाटक के इस विधान सभा सीट से मुख्यमंत्री सिद्धारमैया खुद चुनाव लड़ रहे हैं। बीजेपी ने उनके खिलाफ बेल्लारी से लोकसभा सांसद और आदिवासी नेता बी श्रीरामुलु को उतारा है। ये दोनों उम्मीदवार दो अलग-अलग जगहों से भी चुनाव लड़ रहे हैं। तीसरे अहम उम्मीदवार के तौर पर जेडीएस के हनुमंथ मवीनामरादा चुनाव लड़ रहे हैं। ये स्थानीय नेता हैं। बाडामी कुरुबा, दलित और पिछड़ी जाति बहुल क्षेत्र है। इसलिए कांग्रेस को उम्मीद है कि सिद्धारमैया यहां से चुनाव जीत जाएंगे। सिद्धारमैया कुरुबा जाति से ही आते हैं। बाडामी प्राचीनकाल में वातापी कहलाता था। यह चालुक्य राजाओं के केंद्र था।

Chamundeshwari Election 2018

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया बाडामी के अलावा चामुंडेश्वरी से भी चुनाव लड़ रहे हैं। यह उनकी परंपरागत सीट रही है लेकिन दो चुनाव बाद वह यहां से वापसी कर रहे हैं। यह दक्षिण कर्नाटक के मैसूर क्षेत्र के तहत आता है। फिलहाल यहां से जेडीएस के जीटी देवगौड़ा विधायक हैं। 2013 में उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार को हराया था। कांग्रेस के सिद्धारमैया के खिलाफ जेडीएस के जीटी देवगौड़ा और बीजेपी के एसआर गोपाल राव मैदान में हैं। इस सीट पर अब तक हुए 12 चुनावों में सात बार कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। पिछले चुनाव में भी कांग्रेस उम्मीदवार सात हजार वोटों से हारे थे।

Varuna Election 2018

दक्षिणी कर्नाटक के मैसूर इलाके की वरुना सीट काफी चर्चित विधान सभा सीट है। फिलहाल मुख्यमंत्री सिद्धारमैया यहां से विधायक हैं। पहले चर्चा थी कि इस सीट पर दो सियासी पुत्रों, सिद्धारमैया के बेटे यतीन्द्र और येदुरप्पा के बेटे विजेन्द्र के बीच चुनावी टक्कर होनी है लेकिन बीजेपी ने सीएम उम्मीदवार येदुरप्पा के बेटे विजेन्द्र को टिकट नहीं दिया। बीजेपी ने यहां से लिंगायत समुदाय के थोटाडप्पा बस्बाराजू को उतारा है। पिछले दो चुनावों में 2008 और 2013 में सिद्धारमैया यहां से जीतते रहे हैं।

Shikaripura Election 2018

बीजेपी के सीएम उम्मीदवार बी एस येदुरप्पा को पार्टी ने शिकारीपुरा से उम्मीदवार बनाया है। येदुरप्पा की यह पारंपरिक सीट है। वो 35 साल से यहां से चुनाव जीतते रहे हैं। वो यहां से आठ बार चुनाव लड़े हैं और सात बार जीते हैं। शिवमोगा जिले के तालुका है शिकारीपुरा लेकिन येदुरप्पा ने इसका विकास ऐसे किया है, जैसे जिला मुख्यालय भी इसकी चमक के सामने फीका पड़ जाय। यही वजह है कि येदुरप्पा के लिए यहां लड़ाई बड़ी आसान है। इनके खिलाफ कांग्रेस ने नोनी मलथेश और जेडीएस ने एचटी बालेगर को मैदान में उतारा है। यह लिंगायत बहुल क्षेत्र है और येदुरप्पा उसके नेता हैं।

Ramanagara Election 2018

मैसूर इलाके की रामनगर या रामनगरम सीट भी सियासी महत्व का है। यहां से पूर्व मुख्यमंत्री और जेडीएस नेता एचडी कुमारास्वामी मैदान में हैं। वो 2004 से लगातार यानी तीन बार चुनाव जीत चुके हैं। कांग्रेस ने यहां से मुस्लिम कैंडिडेट इकबाल हुसैन को उतारा है, जो माइनॉरिटी वोट पर निर्भर हैं। इस विधान सभा क्षेत्र में 50,000 से ज्यादा मुस्लिम मतदाता हैं। इनके अलावा ओबीसी, एससी/एसटी और वोक्कालिगा की भी बड़ी आबादी है। वोक्कालिगा समुदाय जेडीएस का पारंपरिक वोटर है।

Channapatna Election 2018

बेंगलुरु से सटे चन्नापटना से भी जेडीएस नेता कुमारास्वामी चुनाव लड़ रहे हैं। पारिवारिक कारणों से वो दो सीटों से इस बार चुनाव लड़ रहे हैं। इससे पहले उनकी पत्नी अनीता कुमारास्वामी ने 2013 में यहां से चुनाव लड़ा था लेकिन बीजेपी के मौजूदा उम्मीदवार सीपी योगेश्वर ने उन्हें हरा दिया था। तब योगेश्वर समाजवादी पार्टी के टिकट पर जीते थे। इस बार वो बीजेपी के टिकट पर मैदान में हैं। यहां कुमारास्वामी और योगेश्वर में कड़ी टक्कर देखनो को मिल सकती है। अग कुमारास्वामी जीतते हैं तो बाद में इस सीट को अपनी पत्नी के लिए खाली कर सकते हैं।

Bellary Election 2018

कर्नाटक के चुनावों में बेल्लारी हमेशा से चर्चा का केंद्र रहा है। खनन माफिया के तौर पर चर्चित रेड्डी बंधुओं का यहां वर्चस्व रहा है। यह सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है। बीजेपी ने यहां से एस पक्कीरप्पा को उम्मीदवार बनाया है जबकि कांग्रेस ने बी नागेंद्र और जेडीएस ने डी रमेश को मैदान में उतारा है।

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