Karnataka Election Results 2018: येदियुरप्पा के CM बनते ही भड़के हार्दिक पटेल, बोले- कांग्रेस ने ऐसा किया होता तो कर्नाटक जला देते
Karnataka Election Results 2018: गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने बीजेपी और कर्नाटक के सीएम येदियुरप्पा पर हमला बोला है। हार्दिक पटेल ने कहा है कि उन्हें कांग्रेस की ईमानदारी पर गर्व है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में जो बीजेपी ने किया है अगर कांग्रेस ने ऐसा किया होता तो बीजेपी राज्य को हिंसा की आग में झोंक देती। हार्दिक पटेल ने ट्वीट करते हुए कहा, “कर्नाटक में BJP ने जो किया अगर एसा कांग्रेस ने किया होता तो कब का BJP कर्नाटक को हिंसा की आग में झोंक देता, आज मुझे कांग्रेस की ईमानदारी और संवैधानिक सोच पर गर्व हैं। कांग्रेस को बेमानी करना नहीं आता, इसलिए चार राज्यों में ज़्यादा सीट होने के बावजूद भी सरकार नहीं बना पाए।” बता दें कि कर्नाटक में 104 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने वाली बीजेपी ने आज (17 मई) राज्य में अपनी सरकार बनाई है। बीएस येदियुरप्पा ने गुरुवार सुबह 9 बजे सीएम पद की शपथ ली।
कर्नाटक में BJP ने जो किया अगर एसा कोंग्रेस ने किया होता तो कब का BJP कर्नाटक को हिंसा की आग में झोंक देता
आज मुझे कोंग्रेस की ईमानदारी और संवैधानिक सोच पर गर्व हैं।कोंग्रेस को बेमानी करना नहीं आता,इसी लिए चार राज्यों में ज़्यादा सीट होने के बावजूद भी सरकार नहीं बना पाए !!— Hardik Patel (@HardikPatel_) May 17, 2018
हार्दिक पटेल ने कहा कि कर्नाटक में जो हो रहा है वो देश के लिए घातक है। उन्होंने ट्वीट किया, “कर्नाटक में जो हो रहा है वो देश के लिए घातक है, ना संविधान, ना राज्यपाल, ना कोर्ट, ना जनता का मेंडेट, सब अपनी मर्ज़ी और मनमानी, सत्ता की लालसा, तानाशाही इरादे, देश को पीछे छोड़ रहे हैं, बर्बाद करने में लगे है मेरे हिंदुस्तान को, गोरों से मिली थी आज़ादी,चोरों में आकर अटके हैं।”
इधर कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) के नेताओं ने गुरुवार (17 मई) को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता बी. एस. येदियुरप्पा के कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और इसे असंवैधानिक बताया। चुनाव बाद बने कांग्रेस व जेडीएस गठबंधन के नेताओं ने राज्यपाल वजुभाई वाला द्वारा राजभवन में येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाए जाने के बाद विधानमंडल भवन के सामने विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष जी. परमेश्वर ने यहां संवाददाताओं से कहा, “संवैधानिक रूप से हमें (जेडीएस और कांग्रेस को) सरकार बनाने का मौका दिया जाना चाहिए क्योंकि हमारे पास विधानसभा में बहुमत है।” परमेश्वर ने कहा, “राज्यपाल द्वारा सरकार बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी को आमंत्रित करने का निर्णय संविधान के खिलाफ है।” विरोध प्रदर्शन करने वाले नेताओं में पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, कांग्रेस के महासचिव के.सी. वेणुगोपाल, वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, कांग्रेस और जेडीएस के कई नव निर्वाचित विधायक शामिल थे।