कर्नाटक में शक्ति परीक्षण से पहले ही येदियुरप्पा ने दिया इस्तीफा, गिर गई बीजेपी की ढाई दिन पुरानी सरकार

कर्नाटक में बीजेपी की ढाई दिन पुरानी सरकार गिर गई है। सीएम बीएस येदियुरप्पा ने इस्तीफा दे दिया है। विधानसभा में भावुक भाषण में येदियुरप्पा ने कहा कि उन्होंने अंतरात्मा की आवाज पर जेडीएस-कांग्रेस से वोट मांगा। येदियुरप्पा ने बहुमत परीक्षण का इंतजार नहीं किया और शक्ति परीक्षण से पहले ही उन्होंने विधानसभा में ही इस्तीफे का ऐलान कर दिया। येदियुरप्पा ने इस्तीफे का ऐलान कर अपना भाषण खत्म किया और विधानसभा से निकल गये और इस्तीफा सौंपने राजभवन गये और राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया। कर्नाटक में अब कांग्रेस और जेडीएस गठबंधन की सरकार बनने का रास्ता साफ हो गया है। जेडीएस नेता कुमारस्वामी ने कहा कि उन्हें राज्यपाल के न्यौते का इंतजार है। बता दें कि जेडीएस को विधानसभा चुनाव में मात्र 37 सीटें मिली है। जबकि कांग्रेस ने 78 सीटें हासिल की है। वहीं 222 पर हुए चुनाव में बीजेपी को 104 सीटें मिली थी। दरअसल तीन बजते-बजते ही ये साफ हो गया था कि बीजेपी बहुमत के लिए जरूरी आंकड़ों का जुगाड़ नहीं कर पाएगी। इसके बाद पार्टी की ओर से संकेत दिये जाने लगे कि येदियुरप्पा इस्तीफा दे सकते हैं। 4 बजते-बजते ही ये बात सच साबित हो गई।

येदियुरप्पा ने अपने 15 मिनट के भाषण में कर्नाटक की जनता को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि जनता के आशीर्वाद से ही बीजेपी 40 से 104 पर पहुंची। येदियुरप्पा ने कहा कि सिद्धारमैया सरकार ने कर्नाटक के लिए कुछ नहीं किया। येदियुरप्पा ने कहा कि अगर इस राज्य की जनता 104 के बजाय 113 सीट दी होती तो हम राज्य को जन्नत बना देते। उन्होंने कहा कि जनता ने हमें 104 सीटें दी और ये जनमत कांग्रेस और जेडीएस का नहीं था। येदियुरप्पा ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी कर्नाटक में 28 में से 28 सीटें हासिल करेगी। येदियुरप्पा ने कहा कि यदि मेरे हाथ से सत्ता चली जाएगी तो मेरा कुछ नहीं जाएगा, मेरा जीवन लोगों के लिए है।

वहीं इस राजनीतिक घटनाक्रम के बाद प्रतिक्रियाएं आनी भी शुरू हो गई है। बीजेपी के पूर्व नेता यशवंत सिन्हा ने कहा है कि येदियुरप्पा के साथ साथ राज्यपाल वजुभाई वाला को भी इस्तीफा देना चाहिए। वहीं पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने इस जीत के लिए देवगौड़ा को बधाई दी है। बीजेपी की सरकार गिरने के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कर्नाटक में बीजेपी की तरकीब काम नहीं आई और हमारे विधायक बीजेपी के दबाव में भी नहीं डिगे। गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हमारा एक भी विधायक नहीं टूटा और सारे लोग दबाव के बावजूद पार्टी के साथ खड़े रहे।

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