करणी सेना का विरोध जारी: गुरुग्राम में फूंकी बस, जम्मू के सिनेमा में भी तोड़फोड़
सर्वोच्च न्यायालय द्वारा फिल्म ‘पद्मावत’ की रिलीज को पूरे भारत में प्रदर्शन करने की अनुमति देने के बावजूद करणी सेना की ओर से लगातार विरोध किया जा रहा है। जम्मू के इंद्रा सिनेमा के टिकट काउंटर पर प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की। घटना के समय वहां मौजूद एक चश्मदीद ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने पद्मावत के स्लोगन बना रखे हैं। गुरुग्राम में करणी सेना के लोगों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए बस जला दी और सोहना रोड पर पत्थरबाजी भी की। पद्मावत के विरोध की आग अब यूपी के मेरठ तक पहुंच गई है। मेरठ के पीवीएस मॉल में करणी सेना के लोगों ने इस फिल्म के विरोध में जमकर तोड़फोड़ की है। राजस्थान के चित्तोड़गढ़ फोर्ट के पास पद्मावत फिल्म के विरोध में आग लगाई। वहीं सेना प्रमुख लोकेंद्र सिंह कलवी ने बुधवार को कहा कि राजपूत संगठन संजय लीला भंसाली की फिल्म को रिलीज नहीं होने देगा। कलवी ने कहा, “हम अपने उस रुख पर अटल हैं कि इस फिल्म पर प्रतिबंध लगा दिया जाना चाहिए। 25 जनवरी आए और जाए लेकिन हम फिल्म रिलीज नहीं होने देंगे, चाहे कुछ भी हो जाए।”
– उन्होंने ‘मां-रानी पद्मावती के अपमान पर’ लोगों से फिल्म का बहिष्कार करने के लिए खुद से कर्फ्यू लगाने का आह्रान किया। वहीं, जयपुर में पुलिस ने श्री राजपूत करणी सेना की चित्तौड़गढ़ इकाई के अध्यक्ष को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने यह कदम इकाई के प्रवक्ता द्वारा संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ की रिलीज के विरोध में जौहर के लिए समुदाय की 1900 महिलाओं के तैयार होने की घोषणा के बाद उठाया है। पुलिस ने चितौड़गढ़ इकाई के अध्यक्ष गोविंद सिंह खंगरोट और उपाध्यक्ष कमलेंदु सिंह सोलंकी के आवास पर मंगलवार रात 11 बजे छापा मारा और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
– मुंबई पुलिस इस वक्त पूरे एक्शन में है। किसी भी तरह की अप्रिय घटना होने से रोकने के लिए पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है और करणी सेना के नेताओं को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया है। अहमदाबाद में अभी तक 44 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और मुंबई में 50 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
– करणी सेना के प्रमुख लोकेंद्र कालवी ने बुधवार को एक बार फिर इस बात का ऐलान किया है कि वह पद्मावत को रिलीज नहीं होने देंगे। उन्होंने माना की करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने हिंसा की, लेकिन उन्होंने इसके लिए माफी नहीं मांगी। कालवी ने कहा, ‘रानी पद्मावती मेरी मां हैं, मैं उनसे माफी मांगूंगा।’
– गुजरात मल्टीप्लेक्स ऑनर्स एसोसिएशन ने ऐलान किया है कि राज्य के किसी भी थियेटर में पद्मावती का प्रदर्शन नहीं किया जाएगा। मथुरा में भी लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। लोगों ने विरोद में भूतेश्वर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रोककर विरोध जताया।
– प्रदर्शनकारी इस वक्त दिल्ली-जयपुर हाइवे पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जयपुरल के वैशाली नगर में दिल्ली-जयपुर हाइवे पर पद्मावत के प्रदर्शन के विरोध में जाम लगाया गया है। इस वक्त हाइवे पर सैंकड़ों लोग मौजूद हैं और कई वाहन भी खड़े हुए हैं।गुड़गांव के वाजीपुर-पटौदी रोड पर भी प्रदर्शनकारियों ने जाम लगा दिया है।
– गुजरात के अहमदाबाद में कई प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार की रात हिमालय मॉल को निशाना बनाया और वहां खड़े कई वाहनों में आग लगा दी। वहीं गुड़गांव में भी स्थिति पर नियंत्रण बनाने के उद्देश्य से रविवार तक के लिए धारा 144 लगा दी गई। इसके अलावा प्रदर्शनकारियों की भीड़ को तितर बितर करने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी। देश के बहुत से इलाकों में फिल्म रिलीज के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचने के लिए भारी पुलिसबल की तैनाती कर दी गई है।
– सुप्रीम कोर्ट ने वकील मनोहर लाल शर्मा की ओर से फिल्म पद्मावत के कुछ सीन को हटाने की मांग करने वाली याचिका पर जल्द सुनवाई से इनकार कर दिया। कोर्ट अब इस मामले पर सोमवार को सुनवाई करेगा।
– इन सब विरोधों के बीच बुधवार को पद्मावत के पेड प्रिव्यू की व्यवस्था की गई है। आज यानी 24 जनवरी को शाम 9.30 बजे फिल्म का पेड प्रिव्यू होगा।
– करणी सेना की चितौड़गढ़ इकाई के एक वरिष्ठ प्रवक्ता ने मंगलवार को कहा था कि रानी पद्मावती के शहर के लोग सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से आहत हैं। उन्होंने कहा था, “अगर हम चाहते तो हिसंक रास्ता चुन सकते थे और लोगों के साथ-साथ पर्यटकों को परेशान कर सकते थे। लेकिन, फिल्म के विरोध में हमारी महिलाओं ने किसी को परेशान किए बिना जौहर करने का फैसला किया है।” उन्होंने दावा किया कि जौहर वाले स्थान पर लकड़ियों को इकठ्ठा कर लिया गया है और 1908 महिलाओं ने जौहर के लिए पंजीकरण कराया है। अगर प्रशासन हमें अनुमति देता है तो हम किले के शिखर पर चढ़ जाएंगे।
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– उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर इस फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने फिल्म को पूरे देश में रिलीज करने का आदेश दिया। कोर्ट के फैसले के बाद राजस्थान और मध्य प्रदेश की सरकारों ने दोबारा याचिका दायर कर सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए इसके प्रदर्शन पर रोक लगाने की मांग की थी, उसे भी कोर्ट ने खारिज कर दिया।
– वहीं संजय लीला भंसाली ने फिल्म के प्रदर्शन से पहले करणी सेना को इसे देखने के लिए न्यौता भेजा था, जिसे पहले तो सेना प्रमुख लोकेंद्र कालवी ने पहले तो स्वीकार कर लिया था, लेकिन फिर यू-टर्न लेते हुए न्यौते को खारिज कर दिया।