कठुआ गैंगरेप पीड़िता की मां की अपील: आरोपियों को फांसी दो या हमें गोली मार दो
जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आठ साल की बच्ची के साथ समाहिक दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में पीड़िता की मां ने कहा है कि ”आरोपियों को फांसी दे दो या हमें गोली मार दो।” समाचार चैनल एनडीटीवी से बात करते हुए पीड़िता की मां अपनी व्यथा सुनाई। पीड़िता की मां ने कहा कि ”अगर न्याय नहीं हो सकता है तो हम चारों को गोली मार दो।” पीड़िता की मां ने कहा- ”वे हमें मार देंगे अगर छूट गए। चार गांवों के लोग हमारी जान के पीछे पड़े हैं। हम केवल चार लोग है… सब कुछ चला गया है, हमारी पूरी जायदाद चली गई है।” पीड़िता के पिता ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई है कि मामले की सुनवाई को जम्मू-कश्मीर के बाहर स्थानांतरित कर देना चाहिए। शीर्ष अदालत भी इस पर विचार कर रही है। पीड़ता के पिता ने कहा- ”जम्मू के हालात और यह देखते हुए कि वकीलों ने कठुआ में इसका विरोध किया था और चार्जशीट को आगे नहीं बढ़ने दिया था, हमें आशंका है कि सुनवाई शांति पूर्वक नहीं हो पाएगी।”
पीड़िता की मां ने आरोप लगाया है कि स्थानीय नेताओं के द्वारा उन पर दबाव बनाया जा रहा है पीड़िता का परिवार सीबीआई जांच के लिए हामी भरे। पीड़ित परिवार चाहता है कि राज्य की पुलिस की क्राइम ब्रांच मामले जांच जारी रखे। पीड़िता की मां के मुताबिक नेता सीबीआई जांच के द्वारा आरोपियों को बचाना चाहते हैं। पीड़िता की मां ने समाचार चैनल से यह भी कहा कि अगर उनकी पहली शिकायत पर पुलिस अमल करती तो बच्ची को बचाया जा सकता था। लेकिन उन लोगों ने 7 दिनों तक इंचजार किया।
पीड़िता की मां से कहा गया कि मामले के मुख्य आरोपी संजी राम ने कोर्ट को बताया कि वह निर्दोष हैं और वह बच्ची के दादा की तरह था तो उन्होंने रुंधे हुए गले से कहा कि ”कोई बेगुनाह नहीं है।” मामले के आठ आरोपियों ने कोर्ट में याचिका दायर कर सीबीआई जांच की मांग की है, उनका कहना है इससे असल आरोपी पकड़े जाएंगे। शीर्ष अदालत सोमवार को फैसला करेगी कि इस मामले की सुनवाई कठुआ से बाहर की जाए या नहीं।