इन दिनों अगर आप केरल जाने का प्लान बना रहे हैं तो भूल जाइए क्योंकि इस समय आपको यहां खूबसूरती से ज्यादा तबाही का मंजर नजर आएगा। जैसा कि आप इन तस्वीरों में देख पाएंगे कि भारी बारिश और लैंडस्लाइड के चलते यहां की खूबसूरती को झकझोर कर रख दिया है। पिछले 3 दिनों से लगातार केरल में तेज बारिश हो रही है, जिसके चलते यहां पर 28 लोगों की मौत और कई घायल हुए हैं। राज्य में 17 लोगों की मौत इडुक्की और मलपुरम जिलों में भूस्खलन के कारण हुई है। बारिश केरल में कल रात से भारी बारिश के कारण इडुक्की जिले और उत्तरी हिस्से में कई जगह भूस्खलन हुआ है जिससे न सिर्फ लोगों की जानें गई हैं बल्कि उनके घर भी तबाह हो गए हैं। मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने स्थिति को ‘काफी विकट’ करार दिया है। (All Photos-AP)
अधिकारियों ने बताया कि सेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रया बल को इडुक्की, कोझिकोड, वायनाड और मलप्पुरम जिले के प्रभावित इलाकों में राहत अभियान में प्रशासन का सहयोग करने के लिए तैनात किया गया है।
केरल के लगभग सभी इलाके पानी से लबालब हो गए हैं। राहत बचाव कार्य के अलावा स्थानीय लोग भी एक दूसरे को मुश्किल घड़ी में बचा रहे हैं। बारिश के चलते राज्य के कई हिस्सों के स्कूल और कॉलेज में अवकाश घोषित कर दिया गया है।
भारी बारिश के कारण कई नदियां उफान पर हैं। राज्य के इतिहास में पहली बार ऐसी विकट स्थिति हुई है जिसके बाद विभिन्न हिस्सों में कम से कम 24 बांधों को खोल दिया गया है, क्योंकि उनका जलस्तर बढ़ गया है। एशिया के सबसे बड़े अर्ध चंद्राकार बांध इडुक्की जलाशय से पानी छोड़े जाने से पहले रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है।
मीडीया रिपोर्ट की अनुसार सरकार ने बताया कि राज्य में पिछले दो दिनों में दस हजार से अधिक लोगों को 157 राहत शिविरों में भेजा गया है। सरकार ने लोगों को राज्य के ऊपरी इलाकों और बांध वाले इलाकों में नहीं जाने के लिए कहा है। भारी बारिश के कारण कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दो घंटे के लिए विमानों की लैंडिंग रोक दी गई। नजदीक स्थित पेरियार नदी में जल स्तर बढ़ने के कारण हवाई अड्डा क्षेत्र में पानी भरने की आशंका थी। हवाई अड्डे के एक प्रवक्ता ने कहा कि गुरुवार को दोपहर 3 बजे तीन बजकर पांच मिनट पर लंडिंग की शुरुआत हो गई।
केरल में बाढ़ कितनी भयावद है यह इस मंदिर को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है। राज्य का जाना-माना अलूवा मंदिर भी पान में डूब गया है नजर आ रही है तो सिर्फ मंदिर सिर्फ ऊपरी हिस्सा।
पानी के बहाव में जब कार इतनी तेज बह रही है तो सोचिए इंसान की जान यहां कैसे बच सकती है।