भारी बारिश और लैंड स्लाइड के चलते रखे गए केरल के 14 जिले रेड अलर्ट पर, मृतकों की संख्या 167 हुई
केरल के सीएम पी. विजयन ने आज पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि राज्य में बाढ़ के कारण मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 167 हो गई है। बता दें कि इससे पहले ये आंकड़ा 97 था। वहीं भारी बारिश और लैंड स्लाइड के चलते केरल के 14 जिले रेड अलर्ट पर रखे गए हैं। वहीं बारिश के कारण राहत और बचाव के कार्यों में भी दिक्कतें आ रही हैं। पानी भरने के कारण कोच्चि एयरोपोर्ट को आगामी 26 अगस्त तक के लिए बंद कर दिया गया है। वहीं केरल जाने वाली कई ट्रेनें भी रद्द कर दी गईं हैं। बारिश के कारण केरल में यातायात व्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार (17 अगस्त) को केरल पहुंच सकते हैं। वह शनिवार को पानी में डूबे इलाकों का हवाई सर्वे करेंगे। प्रधानमंत्री पहले से ही मुख्यमंत्री पी विजयन के संपर्क में हैं और उन्होंने राज्य के हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है। कोझिकोड़ जैसे जिलों में हालात सुधर रहे हैं मगर मध्य केरल की हालत बहुत खराब है। गुरुवार को केरल में 30 लोगों की जान चली गई।
भारतीय नौसेना ने त्रिचुर, अलूवा और मवूत्तुपुझा में फंसे लोगों को हवाई मार्ग से निकाला है। राज्य में 1.5 लाख से ज्यादा बेघर और विस्थापित लोग राहत शिविरों में हैं। सूत्रों ने बताया कि राज्य के 14 जिलों में से एक को छोड़ कर सभी हाई अलर्ट पर हैं। मध्य केरल का पाथनमथिट्टा जिला बुधवार से बुरी तरह से प्रभावित है क्योंकि हजारों लोग रान्नी, अरानमूला व कोझेनचेरी में फंसे हुए हैं। फंसे लोगों में छात्र भी शामिल हैं।
केरल में एनडीआरएफ की 30 टीमें बचाव कर रहीं हैं। शुरुआत से 18 टीमें लगीं हुई हैं। जबकि 16 अगस्त को 12 और टीमें दिल्ली और गुजरात से भेजी गईं। इसमें छह टीम दिल्ली से तो इतनी ही टीम गांधीनगर से भेजी गई।
दक्षिणी नेवल कमांड आईएनएस वेंदारुती ने अलुआ के यूसी कॉलेज में एक कम्यूनिटी किचन बनाया है, जहां 3000 लोगों के खाने की व्यवस्था की गई है।
केरल सरकार ने लोगों को सलाह देते हुए कहा है कि लोग टेलिफोन कनेक्टिविटी के लिए V-SAT कम्यूनिकेशन स्किल का इस्तेमाल करें। बता दें कि बारिश और बाढ़ के कारण राज्य में संचार व्यवस्था बुरी तरह से ध्वस्त हो गई है।