21 वर्षीय बेटी को जहर देकर कमरे में किया बंद, तड़प कर मर गई बेटी तो जला दिया
मैसूर में एक बहुत ही दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां पर एक पिता ने अपनी 21 वर्षीय बेटी को केवल इसलिए जान से मार दिया क्योंकि उसने एक दलित लड़के से शादी कर ली थी। डेक्कन क्रॉनिकल के अनुसार, इस मामले की जानकारी देते हुए एएसपी रुद्रमणी ने बताया “यह मामला हमारे एक कांस्टेबल के जरिए सामने आया था, जिसने मामले को लेकर हमें सूचित किया था। सूचना के आधार पर हमने केस दर्ज किया। मामले की जांच के दौरान घटना की पुष्टि हुई, जिसके बाद एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया और अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। हमें लगता है कि इस मामले में कई लोग शामिल हो सकते हैं।”
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वोक्कालिगा समुदाय से ताल्लुक रखने वाले 21 वर्षीय सुषमा दलित समुदाय से आने वाले 26 वर्षीय उमेश से प्यार करती थी। दो साल पहले दोनों भाग गए थे लेकिन उन्हें ढूंढ लिया गया और वापस लाने के बाद उन्हें एक दूसरे से दूर रहने के लिए कहा गया था। हाल ही में सुषमा के परिजनों ने उससे अन्य लड़के से शादी करने के लिए पूछा था लेकिन उसने यह कहते हुए मना कर दिया कि वह उमेश से शादी कर चुकी है। सुषमा की बात सुनकर उसके परिजनों को गुस्सा आ गया और उन्होंने 21 फरवरी की रात संतरे के जूस में जहरीला पदार्थ मिलाकर उसे पिला दिया और एक कमरे में बंद कर दिया।
शरीर में जहर फैल जाने के कारण सुषमा तड़पती रही लेकिन उसके परिजन उसे अस्पताल नहीं लेकर गए और सुबह 5 बजे उसने दम तोड़ दिया। परिजनों पर आरोप है कि इसके बाद वे सुषमा के शव को खेतों में ले गए जहां पर उन्होंने उसे जला दिया। सुषमा के रिश्तेदारों को जब उसके गुमशुदा होने का पता चला तो उन्होंने गांव वालों के साथ मिलकर पुलिस को सूचित किया। जांच के दौरान पुलिस ने जब सुषमा के पिता से पूछताछ की तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया कि उसने ही दलित लड़के से प्यार करने की सजा अपनी बेटी को मौत के रूप में दी है।