बिहार के पहले मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह की जयंती मनाएगी कांग्रेस, चीफ गेस्ट होंगे लालू यादव
बिहार के पहले मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह की जयंती पर कांग्रेस के एक कार्यक्रम में राजद प्रमुख लालू यादव शनिवार (21 अक्टूबर) को मुख्य अतिथि होंगे। इससे जेडीयू के अलग होने के बाद महागठबंधन के सहयोगी दलों के भावी राजनैतिक कदम स्पष्ट हो गए हैं। श्रीकृष्ण सिंह को श्री बाबू के नाम से भी जाना जाता था। जो साल 1946 से 1961 तक बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री रहे थे। कहा जा रहा है कि सिंह की जयंती में कांग्रेस और राजद मिलकर अपनी ताकत दिखाएंगे। यह बिहार में नीतीश कुमार महागठबंधन से अलग होने और राजग के साथ गठबंधन करने के बाद कांग्रेस की भविष्य की योजना को भी स्पष्ट करता है।
बिहार कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष कौकब कादरी ने शुक्रवार को कहा, ‘सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर में श्रीकृष्ण सिंह की मनाई जाने वाली जयंती में राजद अध्यक्ष मुख्य अतिथि हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘हमारा लालूजी के साथ स्वाभाविक गठबंधन है। वह धर्मनिरपेक्ष ताकतों के बड़े नेता हैं।’ राजद छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश सिंह को कल के कार्यक्रम की अध्यक्षता करनी है। वह बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष पद की दौड़ में सबसे आगे हैं। सिंह ने कहा कि वह साल 2000 से ही श्री बाबू की जयंती हर साल आयोजित करते रहे हैं। वह उस वक्त राबड़ी देवी सरकार में मंत्री थे।
उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों में अन्य दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया जाता रहा है। राजद के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि पार्टी कार्यालय में शुक्रवार को श्री बाबू की जयंती पर कोई कार्यक्रम नहीं है और पार्टी के सभी कार्यकर्ता उस कार्यक्रम में शामिल होंगे जहां लालू प्रसाद मुख्य अतिथि होंगे।