उत्तर प्रदेश में एक आदेश की चिट्ठी वायरल: मंत्री के दौरे पर खाना परोसने व सेवा करने का अफसरों को आदेश
उत्तर प्रदेश में एक सरकारी आदेश की चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। इस चिट्ठी में अफसरों को मंत्री जी के दौरे दौरान उन्हें नाश्ते-खाना परोसने और उनकी सेवा करने का आदेश दिया गया है। दरअसल राज्य के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा को 5 मई को कानपुर देहात में विकास कार्यों की समीझा का दौरा करना था। कैबिनेट मंत्री के दौरे से ठीक पहले 4 मई को एक सरकारी आदेश जारी किया गया। इस आदेश में कहा गया कि अमरौधा के असिस्टेंट डेवलपमेंट ऑफिसर (एडीओ) सत्येंद्र कुमार मिश्रा और मलासा के एडीओ सत्यम शिवम सर्किट हाउस में मंत्री जी के पहुंचने के वक्त मौजूद रहेंगे।
यह दोनों अधिकारी सर्किट हाउस में सहकारिता मंत्री को उनकी टेबल पर नाश्ता-खाना सर्व करेंगे।इतना ही नहीं आदेश से संबंधित चिट्ठी में यह भी कहा गया है कि यह दोनों अधिकारी आवश्यकता की चीजें तत्काल लाने वालों से मंगवाएंगे। आपको बता दें कि उस वक्त यह आदेश जिले के सहायक आय़ुक्त को-ऑपरेटिव रमेश कुमार गुप्ता की तरफ से जारी किया या था।
मंत्री की सेवा का आदेश देने वाले इस सरकारी चिट्ठी के सामने आने के बाद हंगामा खड़ा हो गया। बाद में कहा गया कि किसी भूलवश इस चिट्ठी में अधिकारियों का नाम अंकित हो गया है। तत्काल इस आदेश को संशोधित किया गया और इन अधिकारियों को आदेश दिया गया कि वो मंत्रीजी के निरीक्षण के समय अपने कार्यालय में उपस्थित रहेंगे और अपने विभाग में हुई कार्यों की जानकारी मंत्रीजी को देंगे।
इस चिट्ठी को लेकर सहायक आय़ुक्त को-ऑपरेटिव रमेश कुमार गुप्ता ने अब अपनी सफाई दी है। रमेश कुमार गुप्ता ने कहा कि ऐसा बाबुओं की गलती की वजह से हो गया। उन्होंने एक अखबार से बातचीत करते हुए कहा कि किसी की बदमाशी से यह चिट्ठी वायरल हो गई है। उन्होंने वायरल चिट्ठी को लेकर कहा कि चिट्ठी में दिये गये आदेशों में बाद में सुधार कर लिया गया था। बहरहाल आपको बता दें कि इस आदेश के बाद उस वक्त विभाग में अफसरों के बीच तनातनी भी हो गई थी।