यूपी के बिजनौर जिले में देवस्थल से लाउडस्पीकर हटवाने पर फैले तनाव के बाद पुलिस फोर्स तैनात
उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के गर्वपुर गांव में देवस्थल से लाउडस्पीकर हटाने पर तनाव फैल गया है। घटना के विरोध में जाटों ने पलायन की धमकी दी है। जिसके बाद एहतियातन गांव में पुलिस फोर्स तैनात है।गांव के जाट लंबे समय से देवस्थल के पास मंदिर बनाने की मांग कर रहे हैं, करीब 35 साल से यह सरकारी जमीन है। गर्वपुर गांव हिंदू-मुस्लिम मिश्रित जनसंख्या वाला गांव है। नगीना के पुलिस क्षेत्राधिकारी महेश कुमार ने बताया कि देवस्थल में लाउडस्पीकर लगाने की अनुमति वार्षिक रूप से दी जाती है। यह अनुमति अगस्त में तीन दिन के लिए होती है।
उन्होंने बताया कि फरवरी में बिना अनुमति के देवस्थान पर लाउडस्पीकर लगाया गया, जिसे शिकायत के बाद हटवा दिया गया। 15 दिन पहले फिर लाउडस्पीकर लगा दिया गया तो उसे एक हफ्ते पहले फिर से हटवाया गया।एसडीएम नगीना गजेंद्र सिंह ने कहा कि जाट समुदाय पूरे साल लाउडस्पीकर की अनुमति चाहता है। एसडीएम ने कहा कि उन्होंने इस मामले पर उच्चाधिकारियों से चर्चा की और जाट समुदाय के लोगों से कहा कि उन्हें फैसले की जानकारी 12 मई तक दी जाएगी।
गर्वपुर गांव के प्रधान शकील अहमद ने कहा कि हमारी शिकायत पर जिला प्रशासन ने लाउडस्पीकर हटवाया। उन्होंने कहा-देवस्थल के पास सरकारी जमीन है, इस पर कब्जे की नीयत से कुछ लोग मंदिर बनाना चाहते थे, इसकी शिकायत करने पर जिला प्रशासन ने मंदिर से लाउडस्पीकर हटवाया। ग्राम प्रधान ने कहा कि जाट समुदाय सरकारी जमीन पर मंदिर बनाना चाहता है। उन्होंने कहा कि मांग पूरी न होने पर जाट लोग घर और जमीन बेचकर पलायन की धमकी दे रह हैं। ग्राम प्रधान ने कहा कि उन्होंने घरों के सामने दरवाजे पर लिखा है-ये घर बिकाऊ है।ग्राम प्रधान ने कहा कि घटना के विरोधस्वरूप गांव के राम कुमार , मन सिंह, मोहित कुमार का परिवार गांव छोड़कर बाहर टेंट में रहना शुरू किया है।