ममता बनर्जी ने दी GST की नई परिभाषा, कहा- ‘ग्रेट सेल्फिश टैक्स’
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नरेंद्र मोदी सरकार की सोमवार को आलोचना करते हुए वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लोगों का उत्पीड़न करने और अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने के लिए ‘ग्रेट सेल्फिश टैक्स’ (महा स्वार्थी कर) बताया। ममता ने कहा कि विमुद्रीकरण एक आपदा थी और उन्होंने सोशल मीडिया के उपयोक्ताओं से आठ नवंबर को नोटबंदी के खिलाफ विरोध स्वरूप अपनी प्रोफाइल पिक्चर को बदलकर काला करने की अपील की।
उन्होंने ट्विटर पर कहा, ‘‘लोगों को उत्पीड़ित करने वाला ग्रेट सेल्फिश टैक्स (जीएसटी)। नौकरियां छीनने वाला। कारोबार को नुकसान पहुंचाने वाला। अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने वाला। भारत सरकार जीएसटी से निपटने में पूरी तरह विफल रही।’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘नोटबंदी एक आपदा थी। अर्थव्यवस्था को बर्बाद करने वाले इस घोटाले के खिलाफ विरोध स्वरूप आठ नवंबर को काले दिवस पर चलिए, ट्विटर पर अपनी डीपी को बदलकर काला करें।’’ तृणमूल कांग्रेस ने इससे पहले घोषणा की थी कि वह नोटबंदी के खिलाफ विरोध स्वरूप पश्चिम बंगाल में आठ नवंबर को ‘काला दिवस’ मनाएगी।
गौरतलब है कि ममता बनर्जी बीजेपी पर लगातार हमले कर रही हैं। कुछ दिनों पहले ही उन्होंने कहा था कि वह अपने मोबाइल नंबर को आधार से लिंक नहीं कराएंगी। उन्होंने कहा था, ‘मैं अपने मोबाइल नंबर को आधार से लिंक नहीं कराऊंगी, अगर वो लोग मेरा मोबाइल नंबर बंद करना चाहते हैं तो कर दें, लेकिन मैं आधार को लिंक नहीं कराऊंगी।’ इसके साथ ही ममता ने बाकी लोगों से भी उनका साथ देने की अपील की थी। ममता ने यह बात कोलकाता के नजरूल मंच में पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही थी।