छत्तीसगढ़ में मिठाई का लालच देकर मासूम से किया दुस्कर्म कोशिश और जिंदा कुएं में फेंका
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में 4 साल की मासूम बच्ची के साथ दुस्कर्म करने की कोशिश और असफल होने पर जिंदा कुएं में फेंककर बेरहमी से हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है. मीडीया से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने स्थानीय लोगों के बयान के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. बीते गुरुवार को बच्ची की लाश गांव से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर एक कुएं से बरामद कर ली गई थी.
घटना बिलासपुर के गौरेला में स्थित टिकरकला गांव की है. पुलिस के मुताबिक, उन्हें 11 मार्च को बच्ची की गुमशुदगी कि शिकायत मिली थी. गौरेला के सदॉप अभिषेक सिंह ने बताया कि टिकरकला गांव के रहने वाले शेर सिंह भैना की 4 साल की बेटी संजना 11 मार्च को दोपहर करीब 2 बजे लापता हो गई.
परिजनों ने उसकी तलाश की, लेकिन जब बच्ची की कहीं पता नहीं चला तो उन्होंने पुलिस में बच्ची की गुमशुदगी कि रिपोर्ट दर्ज करवा दी. चार दिन बाद गांव से डेढ़ किलोमीटर दूर निलगिरी में अनिल अग्रवाल के प्लॉट में स्थित कुएं से बच्ची की लाश बरामद हुई.
बच्ची का पोस्टमार्टम करवाया गया तो पता चला कि उसकी मौत दम घुटने से हुई थी. बच्ची के गुप्तांग पर चोट के निशान भी मिले. पुलिस ने स्थानीय लोगों से पूछताछ की तो कुछ लोगों ने बताया कि उन्होंने 11 मार्च को बच्ची को गांव के ही रहने वाले 23 वर्षीय युवक सहिपत के पीछे-पीछे जाते देखा था.
पुलिस ने जब सहिपत को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो पहले तो वह जुर्म से इनकार करता रहा. लेकिन जब पुलिस ने सख्ती बरती तो उसने अपना जुर्म कुबूल कर लिया. आरोपी ने बताया कि उसने मिठाई खिलाने का लालच देकर बच्ची को फुसलाया था और अपने साथ निलगिरी लेकर चला गया था.
वहां ले जाकर उसने बच्ची के साथ रेप करने की कोशिश की, लेकिन बच्ची जब काफी चीखने-चिल्लाने और जोर-जोर से रोने लगी तो उसने बच्ची के गुप्तांग को जख्मी कर दिया और जिंदा बच्ची को कुएं में फेंक दिया.
हैरानी वाली बात यह है कि सहिपत पहले भी इसी तरह की वारदात को अंजाम दे चुका था. 2015 में उसने गांव की ही एक 8 साल की बच्ची को फुसलाकर गांव से बाहर ले जाकर रेप किया था और उसकी हत्या कर दी थी. लेकिन उस मामले में सबूतों के अभाव में वह छूट गया था.