कश्मीर : चोटी कटवा समझकर भीड़ ने मानसिक रोगी को पीटा, आग में फेंकने की थी तैयारी

जम्मू कश्मीर में हो रही चोटी कटने की घटनाओं की वजह से लोगों में इस वक्त काफी गुस्सा भरा हुआ है। घटनाओं से परेशान हो चुके लोग कई निर्दोषों को केवल शक के आधार पर पीट चुके हैं। चोटी कटने की घटनाओं से गुस्साई भीड़ ने शुक्रवार को शक के आधार पर एक मानसिक की जोरदार पिटाई की, गनीमत यह रही कि पुलिस ने उस व्यक्ति को सही वक्त पर बचा लिया। पुलिस ने बताया कि गुस्साई भीड़ को लग रहा था कि चोटी कटने की घटनाओं के पीछे उस व्यक्ति का हाथ है, इसलिए उसकी पिटाई की जा रही थी। अगर उसे समय पर नहीं बचाया जाता तो लोग उसे जान से भी मार देते। यह घटना बारामूला जिले के सोपोर इलाके की है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक पुलिस को जानकारी मिली थी कि सोपोर के फल मंडी इलाके में एक व्यक्ति को चोटी काटने का आरोपी बताकर पीटा जा रहा है।

लिस ने बताया, ‘जैसे ही इस बात की जानकारी मिली पुलिस की टीम वहां पहुंच गई। वहां एक व्यक्ति को स्थानीय लोग बुरी तरह से पीट रहे थे। कुछ शरारती तत्वों ने कुछ घास में आग भी लगा दी थी और उस व्यक्ति को आग में फेंकने की कोशिश की जा रही थी। कुछ लोग उसके ऊपर ट्रैक्टर चलाने की कोशिश कर रहे थे।’ पुलिस के मुताबिक पीड़ित की पहचान वसीम अहमद तंत्रे के नाम से की गई है, जो कि एक मानसिक भी है। पुलिस ने घटना की एफआईआर दर्ज कर ली है और वसीम को पीटने वालों की पहचान की जा रही है। तंत्रे को भीड़ के चंगुल से छुड़ाने के बाद तुरंत अस्पताल ले जाया गया, क्योंकि उसकी स्थिति बहुत बिगड़ चुकी थी। फिलहाल उसे श्रीनगर अस्पताल भेज दिया गया है। इससे पहले कुपवाड़ा में लोगों ने एक आर्मी जवान पर चोटी काटने का आरोप लगाते हुए जमकर पिटाई की थी।

बता दें कि पिछले महीने राज्य के कई इलाकों से चोटी कटने की करीब 100 घटनाएं सामने आ चुकी हैं। चोटी कटने की घटना से गुस्साए लोग अभी तक कई मासूम लोगों को संदेह के आधार पर पीट चुके हैं, लेकिन अभी तक पुलिस ऐसे किसी भी शख्स को पकड़ने में असफल रही जो असल में इन वारदातों को अंजाम दे रहा है। चोटी कटने की घटना से गुस्साए लोग कश्मीर में कई जगह पर विरोध भी कर रहे हैं।

 

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